BHILAI NEWS. दुर्ग जिले के नंदिनी थाना क्षेत्र में शनिवार रात बड़ा कांड हो गया। एक युवक ने अपनी दादी की पहली त्रिशूल मारकर जान ली। इसके बाद दादी के खून से पास में स्थित शिव मंदिर में जाकर भगवान का अभिषेक कर दिया। यहाँ खून पर उसने श्री शिवाय नमस्तुभ्यं भी लिखा। हालांकि आरोपी ने खुद को भी त्रिशूल से चोट पहुंचाई है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर अस्पताल पहुंचा दिया है। वारदात के पीछे अंधविश्वास को वजह माना जा रहा है।
नंदिनी TI मनीष शर्मा के अनुसार दुर्ग जिले के नंदिनी थाना क्षेत्र में गोविंद गोस्वामी अपनी दादी रुक्मणि गोस्वामी के साथ रहता है। बताया जा रहा है कि आज रात करीब नौ बजे गोविंद ने अपनी 77 वर्षीय दादी पर त्रिशूल से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सिर पर किए गए हमले में दादी बुरी तरह घायल होकर गिर गई। इसके बाद गोविंद ने अपनी दादी का खून एकत्र किया और पास में स्थित शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर खून फैला दिया। यहां उसने शिवलिंग के आसपास खून फैलाकर उस पर हाथ से श्री शिवाय नमस्तुभ्यं भी लिख दिया। बताया जा रहा है कि गोविंद मंदिर से ही त्रिशूल लेकर गया था।
पोते की करतूत की सूचना किसी ने पुलिस को दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो आरोपी खुद को भी त्रिशूल से घायल कर चुका था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसे अस्पताल पहुंचाया है। पुलिस अब पता कर रही है कि आखिर किस वजह से युवक ने अपनी दादी की जान ली। चर्चा है कि अंधविश्वास के चलते वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपी से फिलहाल पूछताछ नहीं हो सकी है। पुलिस आरोपी की मानसिक स्थिति की भी जानकारी पड़ोस के लोगों से जुटा रही है।
दो रोज पहले सक्ती में भी अंधविश्वास की बड़ी घटना
अंधविश्वास के चलते सक्ती जिले में भी 17 अक्टूबर को बड़ी घटना सामने आई थी। यहाँ मोक्ष की प्राप्ति के लिए एक परिवार के छह सदस्य जय गुरुदेव का जाप कर रहे थे। सभी सदस्य 16 अक्टूबर से जाप पर बैठे थे और 17 अक्टूबर को इनमें से दो की मौत हो गई थी। पुलिस जब पहुंची थी तो दो अन्य मूर्छित अवस्था में मिले थे और परिवार के दो अन्य सदस्यों की मानसिक स्थिति बिगड़ चुकी थी।