
अजमेर। राजस्थान के अजमेर (Ajmer) में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को लेकर अब एक नया विवाद शुरू होने की आहट सुनाई दे रही है। एक हिन्दू संगठन ने दावा किया है कि अजमेर की दरगाह में हिन्दू प्रतीक चिन्ह हैं। दावा किया जा रहा है कि दरगाह में हिन्दू प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक वाली जालिया लगी हुई है। वहीं इस मामले को लेकर दरगाह के खादिमो की संस्था अंजुमन सैयद जादगान ने इस दावे को गुरुवार को सिरे से खारिज कर दिया है।
दरगाह को लेकर महाराणा प्रताप सेना का दावा है कि दरगाह में हिन्दू प्रतीक चिन्ह हैं। दावा किया जा रहा है कि दरगाह में हिन्दू प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक वाली जालिया लगी हुई हैं।
वहीं अंजुमन कमेटी ने इस पर बड़ा बयान देते हुए यहां तक कह दिया कि कोई भी कानूनी रास्ते से इस विवाद के निबटारे के लिए दरगाह आना चाहता है, तो अंजुमन कमेटी उसका स्वागत करेगी।