CG News : छग सहकारी बैंक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट और हाईकोर्ट के आदेश जारी होने पर भी बेरोजगार अभ्यर्थी दर दर भटकने को मजबूर…

रायपुर : छत्तीसगढ़ सहकारिता विभाग द्वारा 06 सितंबर 2023 को विभिन्न सहकारी बैंकों में सहायक प्रबंधक (फील्ड ऑफिसर), सामान्य सहायक, कार्यालय सहायक एवं धान खरीदी केंद्रों में समिति प्रबंधक (नवीन संवर्ग) के कुल 398 पदों पर विज्ञापन निकाला गया था। व्यापम द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर 29 अक्टूबर 2023 को परीक्षा आयोजित करके 4 दिसंबर 2023 को रिजल्ट दे दिया गया लेकिन भर्ती आगे बढ़ी नही।
27 फरवरी 2024 को हम सभी चयनित अभ्यर्थियों ने अपने अभिभावकों संग मंत्री जी के निवास जाकर उनसे निवेदन किया जिससे संतुष्ट होकर उन्होंने विभागीय रोक तो हटा दिया किंतु पुराने मामले को लेकर हाईकोर्ट ने WPS 489/2022 एवं 3346/2020 केस में 12 फरवरी 2024 को अपने आदेश से भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दिया जिसमें हमारा पक्ष रखने हमने WPS याचिका 2343/2024 लगाया और केस जीता।
जिसके बाद माननीय हाईकोर्ट बिलासपुर में न्यायाधीश श्री नरेन्द्र कुमार व्यास जी के बेंच ने 06 मई 2024 को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के पदों को आरक्षित रखते हुए बाकी 384 पदों पर भर्तियां जल्द से जल्द करने का आदेश दिया लेकिन आज पर्यंत रिजल्ट आने के 6 माह पूरे होने और हाईकोर्ट के आदेश आने के डेढ़ महीने होने के बावजूद विभाग सोया हुआ हैं।
पहले विभाग से पता करने पर लोकसभा चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू होने की बात कही गई और अब विभागीय मीटिंग होने का राग अलापा जा रहा है जबकि माननीय हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में विभाग को अपनी तैयारी पूर्ण रखने में आचार संहिता की कहीं कोई बाध्यता भी नही थी इन बहानों के अलावा। विदित हो कि इसी आचार संहिता के दौरान CGPSC द्वारा लिए गए प्यून के पदों पर दस्तावेज परीक्षण करा लिया गया जिसकी केवल नियुक्ती होनी शेष है और महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत महिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई जबकि आचार संहिता प्रभावी था।
हम बेरोजगार चयनित अभ्यर्थियों को ये समझ नही आ रहा हैं कि एक राज्य में भर्ती, चयन व नियुक्ती के लिए अलग अलग मापदंड और तरीके क्यों अपनाऐं जा रहे हैं। जबकि आएँ दिन मीडिया रिपोर्ट्स से ये जगजाहिर होता रहता है कि सहकारी बैंकों के बाहर धन निकासी हेतु और समितियों में धान बिक्री हेतु किसानों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती हैं जिसमें आएँ दिन हमारे अन्नदाता किसानों के चक्कर खाकर गिरने या तबीयत खराब होने की खबरें भी प्रसारित होती रहती हैं।
click the linkमंत्रालय, अपेक्स बैंक एवं विभाग में जाकर अधिकारियों से मिलने पर केवल यही कहा जाता है कि सारी औपचारिकताएं एवं आवश्यक कार्यवाही संपन्न कर दी गई हैं इसके पश्चात् भी अपेक्स बैंक एवं विभागीय लेटलतीफी के कारण हम बेरोजगार अभ्यर्थी जिन्होंने अपनी मेहनत से छग राज्य सहकारी बैंक मर्यादित (अपेक्स बैंक) एवं जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के संयुक्त भर्ती परीक्षा (CBAS23) में मेरिट स्थान प्राप्त किया आज वो विभिन्न अधिकारियों और अपेक्स बैंक के चक्कर लगा रहे हैं।
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