रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव आज राजधानी रायपुर के प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजनीति से जुड़ी बातों सहित कई अहम मुद्दों पर पत्रकारों से चर्चा की. वहीं मंत्री टीएस सिंह देव ने एक बड़ा बयान दिया कहा कई बातें भविष्य के गर्भ में है अब डिलीवरी होने वाली है… क्या होगा पता नहीं पर कुछ तो होगा। राजनीति में कही गई बातें कई बार पूरी होती है… देखों क्या होगा लेकिन अब बातों को अंजाम तक ले जाने का समय आ गया है.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपनी राजनीतिक जीवन की बातें बताई. उन्होंने कहा- ना चाहते हुए भी मुझे राजनीति में आना पड़ा। 1983 से लगातार सीधी तौर पर राजनीति से जुड़े होने का लगभग 40 साल का समय बिता। इसमें विभिन्न पहलुओं को देखने,समझने जानने और काम करने का अवसर मिला। नगर पालिका के अध्यक्ष के रूप में काम करने का मौका एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के रूप में 1983 में मिला। और 2008 के बाद विधायक के रुप में, 2013 में पार्टी ने सोनिया और राहुल गांधी जी ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम करने का अवसर दिया और 2018 में चुनी हुई सरकार के एक विधायक और बाद में मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला।
इसके साथ ही मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, जिस व्यक्ति को राजनीति से बेहद परहेज था अभी भी कभी-कभी बहुत परहेज सा लगता है लेकिन काम करने की मेरी पूर्ण भावना और स्वभाव भी है. काफी संतोष के भी अनुभव ग्रहण करने के अवसर मिले। नगरपालिका के सीमित स्तर से लेकर जिले के काम और प्रदेश में भागीदार बनने का जब मौका मिला तो प्रदेश स्तर पर भी काम करने का मौका मिला। जिसमें सफलताएं भी मिलती है. वह कितना भी करिए कितना भी सीमित रहती है और विफलता भी होती है और ना करने की स्थिति बहुत आयत रह जाती है. अधिकांश काम ऐसे रहते हैं जो आदमी करना चाहता है परिस्थिति के कारण अन्य सीमाओं के कारण आर्थिक मुख्य रूप से सीमाओं के कारण वह नहीं हो पाती। वह बातें मन में रहती है कि फिर आगे समय रहेगा तो फिर कभी करेंगे। उन्होंने बताया कितने सारे काम है जो नहीं हो पाए फिर भी जो कर पाए उसमें अच्छा अनुभव लगा तो यह राजनीति से पब्लिक लाइफ से मुझे मिला। मंत्री सिंहदेव ने कहा, जैसा मैंने बताया कि सार्वजनिक जीवन से और निश्चित रूप से राजनीतिक जीवन से दूर रहने की मंशा वाले व्यक्ति को आप सब से संबंध बनाने का मौका मिला। इससे ज्यादा जीवन में और क्या रहता है.
पत्रकारों के सामने मंत्री सिंहदेव का छलका दर्द
इसके साथ ही मंत्री टीएस सिंहदेव का इशारों-इशारों में फिर से सीएम पद को लेकर पत्रकारों के सामने दर्द छलका. उन्होंने कहा- कुछ चीजें बची है जिनके लिए संकेत भी किया गया है. वह देखें अब क्या होगा। वो भविष्य के गर्भ में है… लगे हुए हैं… लोग भी लाइन में लगे हुए, प्रयास कर रहे हैं कहा गया है… कही गई बातें होती है. यह सब निकट भविष्य के गर्व मैं है अब डिलीवरी होने वाली है. जो भी होगा वह पता नहीं क्या होगा। वह मैं नहीं कह सकता कि क्या होगा लेकिन अब बातों को अंजाम तक ले जाने का समय आ गया है तो यह सारी चीजें साथ साथ चलती रहती है.और इनमें काम कर रहा हूं.
इसके साथ ही मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने से जीवन को लेकर बताया, जब राजनीतिक जीवन चालू किया तो उसी बात से चालू किया कि पिता ने बोला कि मत आना राजनीति में. मैं उनकी बात नहीं मान पाया। वहां से मेरी राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी. जो मेरे आदर्श भी रहे. जिन से बहुत कुछ सीखा भी जाना भी.
बीजेपी में शामिल होने को लेकर मंत्री सिंहदेव ने कहा-
बीजेपी में नहीं जाऊंगा….वैचारिक रूप से बीजेपी के साथ नहीं हूं… मजाकिया लहजे में कहा, बीजेपी में सीएम बनने का स्कोप नहीं हैं…मेरी परिवार की पांच पीढ़ियां कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं… मैं कांग्रेस के प्रति निष्ठावान हूं..
सिंहदेव ने बताया चुनाव के बाद चार लोगों को सीएम पद के लिए दिल्ली बुलाया गया. जिसमें भूपेश बघेल, डॉ. चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू और टीएस सिंहदेव के नाम पर चर्चा हुई…इसके साथ ही बदलाव को लेकर सिंहदेव ने कहा, बदलाव को लेकर अभी भी अंतिम हां या ना को लेकर निर्णय नहीं हो पाया…फिगर का महत्व रहता है भी और नहीं भी रहता हैं… उन्होंने इशारे में कहा कि जिस समय मुख्यमंत्री के नाम का चर्चा चल रहा था, उस समय जिनके पास ज्यादा विधायक थे उन्हें नहीं बनाया गया….
मंत्री सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने को लेकर कहा, आप पार्टी के लोग उनसे संपर्क किए थे… लेकिन अभी आप की स्थिती छत्तीसगढ़ में वैसी नहीं है, जैसा पंजाब या दिल्ली में है… ऐसे में आप में जाने का सवाल ही नहीं हैं…
GST कॉउंसिल को लेकर मंत्री सिंहदेव ने कहा– मैं छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करता हूँ… राज्यों के मंत्रियों और अधिकारी लेवल पर बात होती है…यह बहुत से पास होती है.. जबकि 60 प्रतिशत इसमें हां की आवश्यकता होती है तभी GST कॉउंसिल में पास हो पाती है..
इसके साथ ही शराब को gst में शामिल करने को लेकर उन्होंने बताया कि GST में इसका भी अभी चर्चा चल रही है..