बड़ी खबरः नया रायपुर के जंगल सफारी में कोरोना के चलते बच्चों की एंट्री बंद, घटी पर्यटकों की संख्या

रायपुर। कोरोना के खौफ के बाद प्रदेश को अनलाॅक कर दिया गया है। धीरे-धीरे जिंदगी की गाड़ी पटरी पर वापस लौटने लगी है। राजधानी में सारी चींजे सामान्य होने लगी हैं, लेकिन इसके बाद भी जंगल सफारी और नंदन वन में सिर्फ गिनती के ही पर्यटक पहुंच रहे हैं। जबकि जंगल सफारी और नंदनवन को पर्यटकों के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है।
जंगल सफारी के सूत्रों की मानें, तो इन दिनों सफारी का खर्चा निकालना मुश्किल हो गया है। जंगल सफारी और ननंदनवन में रोजाना सौ पर्यटक से भी कम पहुंच रहे हैं। जंगल सफारी प्रबंधन का कहना है कि अभी बच्चों और 60 साल की उम्र से अधिक वालों को सफारी और ननंदनवन में प्रवेश नही दिया जा रहा है। बच्चों की वजह से लोग आते हैं, लेकिन बच्चों के लिए प्रवेश बंद है इसलिए पर्यटकों की संख्या कम।
ज्ञात हो कि एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित जंगल सफारी में लाकडाउन से पहले छुट्टी के दिनों में करीब 1200 पर्यटक पहुंचते थे, लेकिन वर्तमान में जंगल सफारी 120 तक तथा 150 के करीब नंदनवन में पर्यटक पहुंच रहे हैं। प्रबंधन के अनुसार, इस बीच वन्यजीव स्वच्छंद विचरण कर रहे थे। पर्यटकों को आसानी से नजर नहीं आने वाले बाघ भी सड़कों पर घूमते दिखे।