
बस्तर के 100 से अधिक गांवों में पहली बार मतदान होगा। पहले यहां नक्सलियों के खौफ के कारण ग्रामीण को 15 से 20 किमी दूर चलकर मतदान के लिए जाना होता था। लेकिन अब चुनाव आयोग ने बस्तर क्षेत्र में 126 नए मतदान केंद्र बनाए हैं,वहीं संभाग में कुल 2,483 बूथों में मतदान प्रक्रिया संचालित की जाएगी।
ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए गांवों के नजदीक ही केंद्र बनाया गया है। बस्तर क्षेत्र के कांकेर, अंतागढ़, भानुप्रतापुर, सुकमा, कोंटा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, कोंडागांव आदि विधानसभा क्षेत्रों में नए बूथों में मतदाताओं को अपने गांवों में पहली बार वोट डालने का अनुभव मिलेगा। नक्सली हिंसा व अन्य खतरों के बीच मतदान दलों व मतदाताओं के लिए भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। बस्तर क्षेत्र में जवान मोर्चे पर तैनात रहेंगे।
यहां नए मतदान केंद्र
अंतागढ़- 12
भानुप्रतापपुर- 05
कांकेर- 15
कोंटा- 20
चित्रकोट- 15
कोंडागांव- 13
केशकाल- 19
जगदलपुर- 04
बस्तर- 01
नारायणपुर- 09
दंतेवाड़ा- 08
बीजापुर- 06
पहले चरण के मतदान में जिलेवार बूथों की संख्या
जिला- कुल बूथ
कांकेर- 727
कोंडागांव- 588
नारायणपुर- 127
बस्तर- 760
दंतेवाड़ा- 273
बीजापुर- 245
सुकमा- 254
मोहला मानपुर- 306
राजनांदगांव- 840
कुल बूथ- 3629
20 सीटों में 12 नक्सल प्रभावित सीट
पहले चरण की जिन 20 सीटों पर मतदान होना है, वहां की 12 सीटें अति संवेदनशील हैं। नक्सली हिंसा के बाद भी यहां रिकार्ड मतदान हुआ है। निर्वाचन कार्यालय ने अतिसंवेदनशील क्षेत्रों को अलग से चिन्हांकित किया है। कार्यालय के मुताबिक यहां ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं।