छत्तीसगढ़ के अन्नदाताओं का हक भूपेश बघेल दे रहे हैं उत्तर प्रदेश के किसानों को- जितेंद वर्मा
पाटन। एक कहावत है कि दूसरों के घर में झांकने से पहले अपने घर को देख लेना चाहिए। यह कहावत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऊपर सटीक बैठती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने राज्य को संभाल नहीं पा रहे हैं चले है उत्तर प्रदेश को संभालने। छत्तीसगढ़ के किसानों की स्थिति दुखदायी है उन्हें छोड़कर उत्तर प्रदेश के किसानों को 50 -50 लाख रुपये देने की घोषणा की है। यह घोषणा करके वे अपने हाईकमान को खुश करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं क्योंकि सूबे की कांग्रेस सरकार में ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री का नाटकीय खेल चल रहा है। कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है।
उपरोक्त बातें छत्तीसगढ़ विधायक दल के स्थाई सचिव जितेंद वर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी के पास हिंसा में मारे गए किसान परिवारों को 50- 50 लाख रुपया देने की घोषणा के बाद जितेंद्र वर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह ऐलान धान का कटोरा कहलाने वाला छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ भेदभाव और अपमान है। श्री वर्मा ने बघेल से सवाल पूछते हुए कहा आखिर क्या कारण है कि बस्तर वनांचल के सिरगेल में गोलीकांड से मारे गए मृतक किसान परिवारों को भूपेश बघेल की सरकार ने फूटी कौड़ी नहीं दी ? और वहीं उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हिंसा होती है तो वहां के मृतक किसान परिवारों के लिए 50-50 लाख रूपया मुआवजा की घोषणा की जाती है ? जबकि उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने मृतक किसान परिवारों को 45-45 लाख रुपया देने और पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर चुकी है।
श्री वर्मा ने कहा सच्चाई यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल काँग्रेस आलाकमान राहुल गांधी और श्रीमती प्रियंका गांधी के सामने अपना नंबर बढ़ाने के लिए उत्तरप्रदेश के मृतक किसानों के लिए अपना खजाना खोल दिया और छत्तीसगढ़ के किसानों का नंबर कम किया हैं। अपने अलाकमान को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह ऐलान सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों के साथ अपमान, भेदभाव और उनको तिरस्कृत करने जैसा हैं। जिसका खामियाजा आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी किसानों के नाम पर सिर्फ वोट की राजनीति करती है अवसर का फायदा उठाने के लिए दांव लगाती है। छत्तीसगढ़ में भी किसानों के लिए लोक लुभावना जनघोषणा पत्र बनाकर वोट की राजनीति करते हुए सत्तासीन हुई है पर जब किसानों के हक और अधिकार की बात आती है,तो आंखे फेर लेती है। यह छत्तीसगढ़ के अन्नदाताओं का सरासर घोर अपमान है इस अपमान का बदला आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता से बेदखल करके लेंगे। सिरगेल जैसे गोलीकांड की घटना होती है तब सरकार अपना मुँह फेर लेती है। श्री वर्मा ने कहा भूपेश बघेल अपनी टी आर पी बढ़ाकर आलाकमान की सहानुभूति पाना चाहते हैं क्योंकि सूबे की सियासत में ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री बनने का तमाशबीन खेल चल रहा है। छत्तीसगढ़ का अन्नदाता परेशान है उनकी अनदेखी कर भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के किसानों को 50 – लाख रुपए मुवावजे दे रहे हैं।