जगदलपुर। शुक्रवार को बस्तर (Bastar) एयरपोर्ट पर जब 72 सीटर विमान की स्मूथ लैंडिंग हुई तो वहां मौजूद लोगों के चेहरे खिल उठे। अनुबंधित एयर एलाइंस (airlines) का ये विमान यहां से लैंडिंग के बाद कुशलता पूर्वक टेकआफ भी कर गया। इस घरेलू उड़ान सेवा को डीजीसीए (DGCA) की मंजूरी मिल चुकी है।
काउंटर सहित स्टॉफ की हुई तैनाती
शुक्रवार को विमान परिचालन का सफल ट्रायल हुआ। इसी के साथ टिकट काउंटर समेत स्टाफ की तैनाती भी की गई है। एलाइंस ने एटीआर 72 विमान के लैंडिंग व टेक ऑफ का ट्रायल यहां किया। इस दौरान आसमान पूरी तरह साफ था और बहुत ही स्मूथ लैंडिंग एयर स्ट्रिप पर हुई। इसके सफल ट्रायल के बाद अब 29 मार्च से जगदलपुर एयरपोर्ट से नियमित विमानसेवा शुरू कर दी जाएगी।
दो साल से रुकी हुई थी योजना
जगदलपुर से विशाखापट्टनम, हैदराबाद समेत राजधानी रायपुर तक नियमित उड़ान सेवा की योजना बरसों पूर्व से बनाई जा रही है, लेकिन डीजीसीए के मानकों के अनुरूप एयरपोर्ट में संरचना विकसित नहीं हो पाने और बार-बार आपत्तियों के चलते यह योजना दो साल से रुकी हुई थी।
एयरपोर्ट का विकास
प्रशासन की ओर से एयरपोर्ट का विकास भी करवाया गया है। निर्देश के अनुरूप रनवे की लंबाई बढ़ाई गई है। वहीं चहारदीवारी की ऊंचाई भी बढ़ाई गई है। हाल में जारी बजट में सरकार ने यहां आधुनिक एटीसी निर्माण की मंजूरी दी है।
डीजीसीए की ओर से लाइसेंस के बाद रास्ता साफ
डीजीसीए की ओर से लाइसेंस जारी होने के बाद अब नियमित उड़ान का रास्ता साफ हो गया है। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, आगामी 29 मार्च से एयर एलाइंस का 70 सीटर विमान यहां से उड़ान भरेगा।
बदलेगी बस्तर की सूरत
नक्सलवादी हिंसा के लिए जाना जाने वाला बस्तर अब पूरी दुनिया से जुड़ने जा रहा है। इससे यहां की सूरत बदलेगी। दुनिया आदिवासी संस्कृति (tribal culture) को जानना चाहती है। जड़ी बूटियों को खरीदना चाहती है। बस्तर को समझना चाहती है। वहां की अनोखी प्रकृति (unique Nature) का अवलोकन करना चाहती है। ऐसे में पर्यटकों के आने से यहां के लोगों को न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि इनकी गरीबी भी दूर होगी।