उत्तरप्रदेश। उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद अहमद को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। असद के अंतिम संस्कार में बुआ समेत 25 से 30 शामिल हुए। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में उसको सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान ड्रोन से निगरानी की गई। कब्रिस्तान में कुछ दूर पहले ही मीडिया के एंट्री भी रोक दी गई। बीते दिनों एनकाउंटर में यूपी पुलिस की एसटीएफ ने झांसी में असद अहमद को मार गिराया था।
असद के अंतिम संस्कार के बाद अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने कहा कि कोर्ट के समय के पहले सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया इसलिए कोर्ट में अर्ज़ी नहीं लग सकी। हमारी मांग थी कि अतीक अहमद को असद के ज़नाजे में शामिल किया जाए। शाइस्ता परवीन यहां मौजूद नहीं थीं। शासन प्रशासन ने अंतिम प्रक्रिया कराने में सहयोग किया और किसी को एतराज़ नहीं है।
शाइस्ता परवीन भी नहीं देख पाई बेटे का मुंह
अतीक अहमद ने अपने बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अर्जी दी थी। लेकिन कोर्ट का समय शुरू होने से पहले ही उसका अंतिम संस्कार शुरू कर दिया। अतीक अशरफ और अली अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए। वहीं असद की मां शाइस्ता परवीन भी अपने बेटे को आखिरी समय में नहीं देख पाईं।