Anchor Rohit Ranjan Case : UP पुलिस के व्यवहार से छत्तीसगढ़ पुलिस खफा, कार्रवाई में बाधा डालते हुए सहयोग नहीं करने का लगाया आरोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस मंगलवार की सुबह ‘जी न्यूज’ (ZEE NEWS) के एंकर रोहित रंजन को जब गिरफ्तार करने उनके निवास पहुंची तो इस दौरान यूपी पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। जिसके बाद रोहित रंजन को नोएडा पुलिस अपने गिरफ्त में लेकर ले गई यूपी पुलिस की इस हरकत से छत्तीसगढ़ की पुलिस खफा है। दरअसल, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के एक बयान को गलत संदर्भ में प्रसारित करने के मामले में रोहित रंजन के घर पर छत्तीसगढ़ पुलिस सुबह पहुंची। इसके बाद गाजियाबाद से लेकर नोएडा तक दोनों राज्यों के पुलिस में हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ।
रायपुर पुलिस का आरोप यूपी की स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई में बाधा डाला
इस मसले पर छत्तीसगढ़ पुलिस, रायपुर के एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि 3 जुलाई को प्रार्थी देवेंद्र यादव की शिकायत के आधार पर थाना सिविल लाइन में जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के खिलाफ में अपराध पंजीबद्ध किया गया। जिसमें 53 (क), 295 (क) 504, 505 (1) (ख) (ग), 505(2)120(b), 467, 469, 471 सहित अन्य धाराओं मे अपराध पंजीबद्ध किया गया है। वह इस मामले में एसपी के द्वारा टीम भी गठित किया गया है जो अभी गाजियाबाद में है। इसमें अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु न्यायालय के द्वारा वारंट भी जारी किया गया है। वही न्यायालय के द्वारा वारंट जारी के निष्पादन के लिए आज रायपुर पुलिस की टीम अभियुक्त के घर पहुंची। जिसमें स्थानीय पुलिस के द्वारा वहां पर कार्रवाई में बाधा डालते हुए पुलिस की प्रक्रिया में सहयोग नहीं किया गया और अभियुक्त को अपने साथ में लेकर वह चले गए हैं। जिसमें आगे हम वैधानिक कार्रवाई कर रहे हैं।
एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने जब मंगलवार की सुबह छत्तीसगढ़ पुलिस उनके घर पहुँच कर हिरासत में ली। तो यूपी पुलिस ने आकर उन्हें रोक दिया। उनका कहना है कि गिरफ्तारी से पहले छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी है।
बता दें कि 1 जुलाई को ZEE NEWS चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम डीएनए में एंकर रोहित रंजन ने राहुल गांधी के केरल में दिए गए एक बयान को उदयपुर की घटना से जोड़ दिया था। दरअसल, राहुल गांधी ने वायनाड में अपने संसदीय कार्यालय में तोड़फोड़ करने वाले लोगों को माफ करने की बात कही थी और कहा था कि वे बच्चे हैं। लेकिन टीवी के कार्यक्रम में उनके इस बयान को उदयपुर में कन्हैयालाल के हत्यारों से जोड़ दिया गया था।