
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर है, जहां रायपुर में उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि नक्सल हमलों में कमी आई है. विकास को लेकर लोगों में विश्वास है. बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और काफी हद तक महाराष्ट्र नक्सल समस्या से मुक्त हो चुके हैं. नक्सल हमलों में 54 प्रतिशत की कमी आई है. गृह मंत्री ने कहा, ‘वामपंथी उग्रवाद को खत्म करेंगे. मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म कर देंगे.’
इससे पहले उन्होंने समीक्षा बैठक में 7 राज्यों अफसरों के साथ शाह ने करीब 4 घंटे तक बातचीत की। मीटिंग में अलग-अलग राज्यों के DGP, पैरा मिलिट्री फोर्स के चीफ और राज्य सरकार के सचिवों को बुलाया गया था। बैठक के बाद शाह ने कहा कि, वामपंथी उग्रवाद लोकतंत्र व्यवस्था के लिए चैलेंज है।
अमित शाह ने बताया कि, आज की मीटिंग में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुछ फैसले लिए हैं। जो लोग वामपंथी उग्रवाद के लंबे समय के प्रभाव के कारण निरक्षर रह गए हैं, उनको साक्षर बनाया जाएगा। चाहे उनकी आयु कोई भी हो। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार का गृह मंत्रालय एक अभियान चलाएगा। साथ ही शाह ने कहा कि, तेंदूपत्ता की खरीदी की पॉलिसी में भी हम परिवर्तन करेंगे और इसके साथ-साथ NIA के तर्ज पर SIA बनाकर इसे ताकतवर बनाएंगे। जो दोष सिद्धी का प्रमाण है उसे भी बढ़ाएंगे। गृहमंत्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सरेंडर पॉलिसी को भी अपडेट कर रही है, एक-दो महीने में इसकी घोषणा होगी।
इस देश में हुनर की इज्जत है ही नहीं