मणिपुर हिंसा के बीच चुनावी दौरा रद्द कर दिल्ली लौटे HM, CRPF DG को मणिपुर भेजा
महाराष्ट्र के विदर्भ में थी शाह की चार रैली
इंफालः मणिपुर में जारी हिंसा और लगातार बेकाबू होते हालात के मद्देनज़र केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र का चुनावी दौरा रद्द कर दिया है। वे दिल्ली लौट आएं हैं। शाह की आज महाराष्ट्र के विदर्भ में चुवानी रैलियां थी। लेकिन मणिपुर के बिगड़ते हालात के बीच केन्द्रीय मंत्री दिल्ली लौट आए हैं। इसके साथ ही गृहमंत्री ने सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल को मणिपुर रवाना कर दिया है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि गृहमंत्री दिल्ली में हिंसा की समीक्षा कर कुछ बड़े कदम उठा सकते हैं।
शाह की चार सभाएं रद्द
महाराष्ट्र चुनाव के लिए विदर्भ में आज होने वाली अपनी जनसभाओं और बैठकों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रद्द कर दिया है। वह सभी सभा रद्द कर नागपुर से निकल गए। गढ़चिरौली, वर्धा और नागपुर जिलों के काटोल और सावनेर में शाह की रैली को रद्द कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह का कार्यक्रम मणिपुर की घटना की वजह से रद्द किया गया है।
राज्य में हिंसा बेकाबू
मणिपुर एक बार फिर से हिंसा की चपेट में है। 11 नवंबर से इंफाल घाटी के एक ही परिवार के छह लापता लोगों के शव असम बोर्डर पर एक नदी में मिलने से राज्य में एकबार फिर से हिंसा भड़क गई है। मैतेई समुदाय के बेकाबू होने से हिंसा ने उग्र रूप से लिया और तीन मंत्री और सात एमएलए समेत मुख्यमंत्री के दामाद के घर पर भी हमला किया गया और खूब आगजनी हुई।
राज्य सरकार ने AFSPA हटाने लिखा पत्र
मणिपुर में बिगड़ते हालातों के बीच सेना और सुरक्षबालों का दावा है कि घाटी में हालात फिलहाल स्थिर हैं। अगले दो दिन के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। हिंसा ग्रस्त जिलों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। इसी बीच मणिपुर सरकार की तरफ से एक पत्र केंद्र सरकार को लिखा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ये यह अपील की गई है कि मणिपुर से तुरंत आर्म फोर्स स्पेशल पावर एक्ट यानी AFSPA को पूरी तरह से हटा दिया जाए। फिलहाल AFSPA मणिपुर के कुछ हिस्सों में लागू है।
केन्द्र ने पिछले सप्ताह की लगाया था AFSPA
मणिपुर सरकार की तरफ से केंद्र से राज्य के छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले AFSPA को हटाने की मांग की गई है। केंद्र ने इस सप्ताह की शुरुआत में हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित मणिपुर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में AFSPA को फिर से लागू कर दिया था। मैतेई नागरिक समाज संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष संस्था मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति (COCOMI) ने 24 घंटे के भीतर कुकी उग्रवादियों पर सैन्य कार्रवाई की मांग करते हुए AFSPA को तत्काल हटाने का अनरोध किया था।
क्यों बिगड़े हालात?
पिछले महीने 11 नवंबर को मणिपुर की इंफाल घाटी में एक ही परिवार के छह लोग गुमशुदा थे। हर जगह तलाशने पर भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। अब यह खबर सामने आई लापता महिला और बच्चों के शव असम बॉर्डर पर एक नदी से बरामद किए गए हैं। जैसे ही इसकी सूचना मैतेई समुदाय के लोगों को मिली तो भीड़ बेकाबू हो गई। उन्होंने ना सिर्फ चीफ मिनिस्टर के घर में जाकर जमकर तोड़फोड़ की बल्कि 7 विधायकों के घरों को भी निशाना बनाया। सड़कों पर कारों को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि वहां मौजूद सेना और अन्य सुरक्षाबाल भी कुछ नहीं कर पाए। घाटी में इस वक्त इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। अगले दो दिन के लिए कर्फ्यू भी लगा दिया गया है।