नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel,) रविवार को अमेरिका की हार्वर्ड युनिवर्सिटी (Harvard University) के भारत सम्मेलन में शामिल हुए। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant) की खूब तारीफ की। उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड युनिवर्सिटी के एक शोधार्थी छात्र के सवाल के जवाब में कहा कि आज जो कुछ भी विधानसभा अध्यक्ष ने हासिल किया है वो अपनी कड़ी मेहनत के दम पर हासिल किया है। अमेरिका की हार्वर्ड युनिवर्सिटी के शोधार्थी छ़ात्र के प्रश्न का जवाब देते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सवाल योग्यता और अवसर का है । हमारे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे हैं । तीन या चार बार के सांसद रहे हैं, 1980 से लगातार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं और जीत भी रहे हैं । मध्यप्रदेश जैसे बड़े राज्य के वे गृह मंत्री रहे हैं ।
विरोधी रह गए भौचक्के:
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान के बाद उनके विरोधियों के मुंह खुले के खुले रह गए। जो ये कहकर प्रचारित किया करते थे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डॉ चरणदास महंत में बिल्कुल भी नहीं बनती। उनको एक बार ये वीडियो जरूर देख लेना चाहिए। मुख्यमंत्री बनने के बाद से भूपेश बघेल के न सिर्फ व्यवहार बल्कि आचार विचार में भी अंतर आया है। वे हर किसी को साथ लेकर चलने में भरोसा रखते हैं। सियासत के कुशल खिलाड़ी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमेरिका में बैठे बैठे ही छत्तीसगढ में उनके विरोधियों के मुंह बंद कर दिए।
बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी:
मुख्यमंत्री बघेल ने दुनिया के इतने बड़े मंच से अपने विधानसभा अध्यक्ष के बारे में जो कहा उसके कई मायने निकलते हैं। एक तो इससे उनके और विधानसभा अध्यक्ष के बीच अगर कुछ नकारात्मकता बची भी रही होगी तो वो उड़ जाएगी। वहीं डॉ महंत जैसे सुलझे विचारों के नेता को अपने मुख्यमंत्री की ओर से सराहा जाता है तो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। छत्तीसगढ के मुखिया ने अमेरिका में बैठकर यहां के उन नेताओं को भी संदेश दे दिया कि राजीव भवन (Rajiv Bhavan) में काटो और बांटो की राजनीति करने वालों के दिन अब लद गए।