जांजगीर -चांपा से दीपक यादव की रिपोर्ट-
जांजगीर चांपा। सोमवार की रात को जांजगीर – चांपा के मुनुंद गांव में टोनही (Tonhi) की आशंका में घर घुसकर महिला पर लाठी डण्डे से जानलेवा हमला किया गया। बीच बचाव करने आए पति और पुत्र कि भी पड़सियों ने पिटाई कर दी। इसको लेकर दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ। एक दूसरे के खिलाफ दोनों पक्षों के खिलाफ पुलिस ने किया बलवा (Balwa) का मामला दर्ज किया है। अंधश्रध्दा निर्मूलन समिति (Blind Eradication Committee) के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्रा ने इस मामले में कहा कि कोई भी महिला टोनही नहीं होती। ऐसे मामलों में समझदारी से काम लेना चाहिए। अगर किसी को कोई बीमारी हो तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। उसकी जांच करवाएं न कि किसी बैगा या तांत्रिक के पास।
क्या है पूरा मामला
जांजगीर थाना क्षेत्र के ग्राम मुनुन्द में टोनही की आशंका को लेकर कश्यप समाज के दो परिवारों के बीच जमकर मारपीट और विवाद हुआ। ग्राम मुनुन्द में रहने वाले प्रहलाद कश्यप की मां बच्चन बाई कश्यप को टोनही होने की आशंका को लेकर उनके पड़ोसी रमन कश्यप आए दिन लड़ाई झगड़ा किया करता था। इसी आशंका को लेकर दोनों परिवारों के बीच दुश्मनी थी।
मंगलवार की रात पड़ोसियों ने की मारपीट
मंगलवार की रात को भी टोनही होने की आशंका को लेकर उनके पड़ोसी रमन कश्यप अपने भाई और साथियों के साथ प्रहलाद कश्यप के घर में घुसकर बच्चन बाई पर लाठी डण्डे से जमकर पीटा। बच्चन बाई पर हमला होते देख, उसका पति रामचरण कश्यप और पुत्र प्रहलाद कश्यप बीच बचाव करने लगे तो, आक्रोशित रमन कश्यप और उसके साथियों ने रामचरण कश्यप और प्रहलाद कश्यप की भी जमकर पिटाई कर दी। दोनों पक्षों में टोनही होने की आशंका को लेकर जमकर विवाद हुआ। हमले में घायल बच्चन बाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है।
मामला पहुंचा थाने
विवाद के बाद दोनों पक्षों ने जांजगीर थाना (Police Station) पहुंचकर, एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों के 5 5 लोगों के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज लिया है। मामले की विवेचना जारी है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
अंध श्रध्दा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्रा ने इस मामले में कहा कि कोई भी महिला टोनही नहीं होती। जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं है। ऐसे में अगर किसी को कोई भी बीमारी होती है तो उसको किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं। ऐसा आरोप लगाकर किसी भी महिला को पीटना कानूनन जुर्म तो है ही। यह अमानवीय व अनापेक्षित भी है। ऐसा नहीं होना चाहिए।