अगले कुछ दिनों में अध्यक्ष की तलाश शुरू कर सकती है बीजेपी, जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव रेस में

नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में जोरदार जीत हासिल करने के बाद बीजेपी में अब जल्द ही संगठन में फेरबदल हो सकता है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पीएम नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में गृह मंत्री के तौर पर शामिल हो चुके हैं। बीजेपी में अब तक ‘एक व्यक्ति एक पद’ का सिद्धांत रहा है, यदि इस नीति पर पार्टी चलने का फैसला लेती है तो उसे अमित शाह के विकल्प के रूप में किसी नेता को तलाशना होगा।
बीजेपी में इन बदलावों पर एक सप्ताह के भीतर ही अमल होने की शुरुआत हो सकती है। मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह का बीते साल दिसंबर में ही तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया था। इसके बाद लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें 6 महीने का विस्तार दिया गया था। इसकी अवधि जून में ही समाप्त हो रही है।
अमित शाह के विकल्पों की बात करें तो पार्टी सूत्रों के मुताबिक पूर्व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के नाम पर विचार किया जा रहा है। शायद इसी के चलते उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में भी शामिल नहीं किया गया है। नड्डा को संगठन का जानकार और साफ छवि का नेता माना जाता है।
हालांकि एक संभावना यह भी है कि अमित शाह की ओर से इस्तीफा दिए जाने के बाद अध्यक्ष के चुनाव की दो महीने की प्रक्रिया पूरी करने तक के लिए कोई वर्किंग प्रेजिडेंट चुन लिया जाए। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि नड्डा को उनके निर्वाचन से पहले वर्किंग प्रेजिडेंट के तौर पर भी मनोनीत किया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश से आने वाले जेपी नड्डा संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं। उनके अलावा भूपेंद्र यादव का भी नाम चल रहा है, जो फिलहाल पार्टी के महासचिव हैं और उन्हें अमित शाह और नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है।