ट्रेन की छत पर जिंदा जल गया युवक, खौफनाक हादसे की वजह बना एक बंदर
उत्तरप्रदेश। कासगंज रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन की छत पर चढ़ा युवक ओएचई लाइन के करंट से जिंदा जल गया। युवक काफी देर बोगी पर पड़ा जलता रहा। उसे जलते देख ओएचई लाइन बंद करवाई गई, उसके बाद आग बुझाकर उसे नीचे उतारा गया। हादसा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 का है। इस खौफनाक हादसे की वजह एक बंदर बना।
बंदर एक महिला यात्री की चप्पल लेकर ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया था। युवक चप्पल उतारने के लिए बोगी पर चढ़ा था। जिसके बाद वह ओएचई लाइन की चपेट में आ गया। बोगी पर युवक को जिंदा जलता देख यात्री सहम गए। ओएचई का करंट बंद होने तक करीब 15 मिनट तक युवक जलता रहा। आग बुझाने के बाद युवक का जला हुआ शव नीचे उतारा गया। यह हादसा गुरूवार शाम करीब पौने चार बजे हुआ। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन संख्या 05349 कासगंज-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस खड़ी थी। यह ट्रेन साढ़े पांच बजे कासगंज से रवाना होती है। इसी बीच रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म पर बैठी एक महिला यात्री की चप्पल बंदर ले गया और ट्रेन की बोगी संख्या एनई 153410 पर चढ़ गया। महिला यात्री को परेशान होता देख रेलवे स्टेशन पर खान पान की सामग्री बेचने वाला युवक अशोक (26) पुत्र नन्नूमल निवासी शेरनाथ मंदिर वाली गली बंदर से चप्पल छुड़ाने के लिए ट्रेन की बोगी पर चढ़ गया।
ट्रेन की बोगी पर चढ़ते ही युवक ओएचई के करंट की चपेट में आ गया। करंट के तेज झटके के साथ ही युवक का शरीर धूं धूं कर जलने लगा। यात्री इस खौफनाक मंजर को देखकर सहम गए। पूरे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बन गया। स्टेशन मास्टर सहित रेलवे के अन्य अधिकारी आ गए। आरपीएफ और जीआरपी मौके पर पहुंची। युवक के शरीर में लगी आग बुझाने के बाद शव उतारा गया। वहीं हादसे के बाद विद्युत आपूर्ति बंद होने से ट्रेन संख्या 15037 जोकि कानपुर से कासगंज आती है, उसे बघारी कला स्टेशंन के नजदीक रोक दिया गया। यह ट्रेन करीब 35 मिनट खड़ी रही। विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर ट्रेन को रवाना किया गया।