
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के विरुद्ध चलाए गए सलवा जुडूम अभियान के दौरान बस्तर क्षेत्र से हजारों की संख्या में आदिवासियों ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पलायन किया था. करीब 17 सालों तक यहाँ रहने के बाद अब इन्हे वापस बेघर होना पड़ रहा है।
दरअसल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्य की सरकारों ने इनके घरों को तोड़कर वहाँ पौधारोपण कर दिया है. और इसके पीछे उनका तर्क दिया जा रहा है की इन आदिवासियों के पास वैध दस्तावेज नही हैं। इनके बेघर हो जाने के बाद अब ये आदिवासी परिवार दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
आज सुबह ही 50 से अधिक आदिवासी राजधानी रायपुर आये हुए हैं, जो की सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। इसके बाद 6 अप्रेल को दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के सामने अपनी मांग रखेंगे।
देखिये, इन सभी विषयों को लेकर क्या कह रहे हैं रायपुर पहुंचे आदिवासी-