
हिजाब को लेकर पुरे देश में माहौल गरमाया हुआ है. वहीं कर्नाटक के बाद अब बिहार में भी एक विवाद सामने आया है. जहां बिहार के बेगूसराय जिले में बुर्का पहने एक लड़की को सरकारी बैंक में लेन-देन करने से रोक दिया गया. लड़की ने इस घटना को रिकॉर्ड कर इसका वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. बताया जा रहा है कि यह घटना शनिवार की है जब युवती बेगूसराय के मंसूर चौक शाखा के यूको बैंक में पैसे निकालने गई थी.
वीडियो में देखा जा सकता है, तीन से चार बैंक कर्मचारियों ने लड़की को हिजाब हटाने के लिए कहा और उसके बाद ही पैसे निकालने के लिए आवेदन किया. लड़की ने इसका कड़ा विरोध किया और अपने माता-पिता को फोन किया. उन्होंने कर्मचारियों को लिखित सूचना दिखाने के लिए कहा कि बैंक के अंदर हिजाब की अनुमति नहीं है.
माननीय मुख्यमंत्री @NitishKumar जी,
कुर्सी की ख़ातिर आप बिहार में यह सब क्या करवा रहे है? माना आपने अपना विचार, नीति, सिद्धांत और अंतरात्मा सब भाजपा के पास गिरवी रख दिया है लेकिन संविधान की जो शपथ ली है कम से कम उसका तो ख़्याल रखिए। इस कुकृत्य के दोषी लोगों को गिरफ़्तार कीजिए। https://t.co/Ryg9FXzOMX
— Office of Tejashwi Yadav (@TejashwiOffice) February 21, 2022
लड़की के पिता वीडियो में पूछते हैं कि मैं और मेरी बेटी हर महीने बैंक आते थे लेकिन पहले कभी किसी ने आपत्ति नहीं की थी. वे अब ऐसा क्यों कर रहे हैं? अगर कर्नाटक में ऐसी कोई चीज लागू की गई है, तो वे इसे बिहार में क्यों लागू कर रहे हैं? क्या उनके पास बैंकिंग परिचालन में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बारे में कोई लिखित सूचना है? कर्मचारियों ने उन्हें घटना की रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए भी कहा कि जिसे महिला और उसके परिवार ने मना कर दिया.
इस मसले पर तेजस्वी यादव ने भी साधा निशाना
इस वीडियो को राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे री-ट्वीट किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए पूछा, ‘आप अपने पद को सुरक्षित करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं? मैं समझता हूं कि आपने अपनी विचारधारा, नीतियों, नैतिक जिम्मेदारी और विवेक को भाजपा के सामने गिरवी रख दिया है लेकिन आपने देश के संविधान की शपथ ली है. कम से कम संविधान का सम्मान करें और कथित कर्मचारियों को गिरफ्तार करें.’
इस बीच यूको बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस घटना पर एक बयान दिया है, ‘बैंक नागरिकों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है और जाति या धर्म के आधार पर अपने सम्मानित ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करता है. बैंक इस मुद्दे पर तथ्यों की जांच कर रहा है.’