छत्तीसगढ़/जशपुर। सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने का मामला लगातार उजागर हो रहा है। ऐसा ही एक मामला कोतवाली थाना में एक दिव्यांग पीड़ित द्वारा दर्ज कराया गया है। पीड़ित दिव्यांग समल साय, सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना क्षेत्र के बरपारा का रहने वाला है।
पीड़ित ने कोतवाली पुलिस को बताया कि कुनकुरी में शिक्षाकर्मी के पद पर पदस्थ आरोपित बुधराम तुरी का उसके शिक्षाकर्मी के रूप में कार्यरत चाचा कृष्णा कुमार रावत से परिचय था. आरोपी ने शिक्षा विभाग में बड़े अफसरों से पहचान होने का दावा करते हुए शिक्षाकर्मी की नौकरी लगवाने की बात कही. चाचा के कहने पर वह जशपुर के बस स्टैंड में आरोपित बुधराम से अपने एक दोस्त हिराधन और भाई घरभरन के साथ मिला और बातचीत के बाद नौकरी लगवाने के लिए बतौर एडवांस 10 हजार रुपए दे दिए। बाकी 1 लाख 60 हजार रुपये बाद में देना तय हुआ।
पीड़ित के मुताबिक, आरोपित द्वारा जोर दिए जाने पर वह 1 जनवरी 2009 को चाचा के घर मे मित्र हिराधन और चाचा के मकान मालिक की उपस्थिति में रुपये दे दिया। रुपये लेने के दौरान आरोपी बुधराम ने एक माह के अंदर शिक्षाकर्मी का नोकरी लगाने का भरोसा दिया था। लेकिन आज तक नौकरी नही मिली। वहीं, रुपये वापस मांगने पर आरोपित ने समिति में रुपये जमा कर देने की बात कहते हुए टालमटोल करना शुरू कर दिया है।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि सड़क हादसे में कमर में चोट लग जाने से वह दिव्यांग हो चुका है और आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने आरोपित शिक्षक बुधराम तुरी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते सप्ताह जशपुर पुलिस ने बगीचा और पत्थलगांव थाने में हुई इसी तरह की ठगी के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में इन आरोपितों ने जशपुर के साथ रायगढ़,सूरजपुर में भी नोकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने का अपराध कबूल किया है। पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि नोकरी लगवाने का दावा करने वाले किसी के झांसे में न आएं।पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है.