संत कालीचरण द्वारा महात्मा गांधी पर अपशब्द को लेकर भड़के मुख्यमंत्री बघेल, टि्वटर पर दी पाखंडियों को सख्त चेतावनी
रायपुर- राजधानी रायपुर में आयोजित दो दिवसीय धर्म संसद में संत कालीचरण महाराज के द्वारा राष्ट्रपति महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी और विवादित बयान के बाद अब मामला तेजी से तुल पकड़ लिया है, जहाँ लोग कालीचरण महाराज की कड़ी निंदा कर रहे है वही नाराजगी भी व्यक्त कर रहे है.
वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले के खिलाफ ट्विटर पर आज दोपहर पोस्ट किया है, उन्होंने लिखा है कि बापू को गाली देकर समाज में विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वह अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे तो उनका भ्रम है।
उनके आका भी दोनों सुन ले…भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो कोशिश करेगा न संविधान उसे बख्शेगा, और ना जनता उन्हें स्वीकार करेगी…..
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने एक और पोस्ट ट्विटर पर लिखा है. जिसमें उन्होंने हिंदुत्ववादी और हिंदू को लेकर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें कालीचरण महाराज और संत राम सुंदरदास जी का वीडियो शेयर किया गया है। जिसमें उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि, चूहों के बिल में अगर पानी डालो तो एक साथ छटपटा कर बाहर भागते हैं, अफरा तफरी मच जाती है, राहुल गांधी जी ने देश के सामने हिंदू और हिंदुत्ववादी का जब से अंतर स्पष्ट किया है. हिंदुत्ववादी की टोली में अफरा-तफरी मच गई है. इन पाखंडीओ की वर्षों की नफरत की दुकान बंद हो रही है।
चूहों के बिल में अगर पानी डालो तो एक साथ छटपटा कर बाहर भागते हैं, अफरा तफरी मच जाती है।
राहुल गांधी जी ने देश के सामने 'हिन्दू' और 'हिंदुत्ववादी' का जबसे अंतर स्पष्ट किया है, हिंदुत्ववादियों की टोली में अफरा-तफरी मच गई है।
इन पाखंडियों की वर्षों की नफरत की दुकान बंद हो रही है। pic.twitter.com/QkiJo3RE4c
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 27, 2021
गौरतलब है कि, राजधानी रायपुर में दो दिवसीय धर्म संसद का आयोजन रावणभाठा मैदान में किया गया था. जिसमें पूरे देश से संत-महात्मा इकट्ठा हुए थे. जहां पर मंच से कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर अभद्र टिप्पणी थी. वही नाथूराम गोडसे को नमस्कार किया। इस दौरान उन्होंने विवादित बयान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ दिया. जिसके बाद वहां बैठे संत महात्मा भड़क गए।
बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है।
उनके आका भी दोनों सुन लें..
भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा… न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 27, 2021