
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। जिसमें नौ महिला नक्सलियों समेत 43 नक्सलियों ने बुधवार को सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर किया है। सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि जिले में चल रहे ‘पूना नर्कोम’ अभियान के तहत इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
एसपी सुनील शर्मा से बताया कि पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर और शोषण, अत्याचार, भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ होने वाली हिंसा से त्रस्त होकर 43 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर किया है। एसपी शर्मा ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों में मिलिशिया कमांडर पोड़ियामी लक्ष्मण पर एक लाख रुपए का इनाम है.
एसपी ने बताया कि अन्य नक्सली मिलिशिया सदस्य, दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन, क्रांतिकारी महिला आदिवासी संगठन और चेतना नाट्य मंडली के सदस्य के रूप में सक्रिय थे. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 18 कुकानार थाना, 19 गादीरास थाना, चार तोंगपाल थाना, एक फुलबगड़ी थाना और एक चिंतागुफा थाना क्षेत्र के निवासी हैं. सुरक्षाबलों और जिला प्रशासन की तरफ से लगातार जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत पुलिस बल सुकमा के अंदरुनी अभियान में पहुंचकर जिला प्रशासन की पुनर्वास नीति का प्रचार प्रसार कर रही है. ताकि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ सकें।
पुनर्वास नीति के तहत दी जाएगी सहायता राशि..
एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि इन नक्सलियों को राज्य की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. उन्होंने बताया कि जिले में ‘पूना नर्कोम’ अभियान शुरू होने के बाद से अब तक लगभग 30 गांवों के 176 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. एसपी ने सभी सरेंडर कर चुके नक्सलियों के साथ बैठकर खाना भी खाया. इस मौके पर सीआरपीएफ के अधिकारी भी मोजूद रहे. जिले में चलाए जा रहे हैं पूना नर्कोम अभियान के तहत बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं.