रायपुर। कवर्धा मामले में एकतरफा कार्रवाई के विरोध में भारतीय जनता रायपुर जिला ने बूढ़ा तालाब में एक दिवसीय धरना दिया। यह प्रदर्शन प्रदेशभर के जिलों में किया गया.
वहीं राजधानी रायपुर में धरना के दौरान भाजपा ने राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए। पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के सभी जिला स्थानों पर भाजपा धरना दे रही है. कवर्धा की घटना में शासन – प्रशासन का रोल एकतरफा है. 3 अक्टूबर को हुई घटना पर अगर कार्रवाई की जाती तो शायद कवर्धा की जो आज स्थिति बन रही है वह स्थिति नहीं बनती। प्रदेश के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री कवर्धा जिले के प्रभारी मंत्री, विधायक और मंत्री इन चारों के दबाव में प्रशासन सिर्फ एक पक्षी कार्रवाई कर रहा है. बहुसंख्यक के लोगों को दबाने का काम कर रहा है . एक तरफ तो मुख्यमंत्री प्रभु राम के वन गमन पथ का उद्घाटन करते हैं और वही मुख्यमंत्री प्रभु राम के राज के झंडे को फेंकने वालों और कुचलने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते.
इसके साथ ही उन्होंने कहा “भगवा झंडा किसी धर्म का नहीं है यह हिंदुस्तान का झंडा है”, सत्य का झंडा है कर्म ,त्याग और तपस्या का प्रतीक है और झंडे के अपमान पर सरकार चुप रहती है और उसका विरोध करने वाले लोगों को जेल में ठूंसती है.
बृजमोहन ने इसे बहुत ही दुर्भाग्य जनक बताया है. उन्होंने कहा कि ये सरकार आग से खेल रही है और यह घटना एक दिन की घटना नहीं है। पिछले ढाई सालों से कवर्धा के लोग एक वर्ग विशेष लोगों के द्वारा जो आदर्श है अत्याचार सहन कर रहे हैं उसका परिणाम था कि कवर्धा पर 10 हज़ार से ज्यादा लोग सड़कों पर उतर आए. और अगर यह सरकार नहीं चेतेगी तो पूरे छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति उनको संभालना मुश्किल होगा। वहीं बृजमोहन अग्रवाल ने मांग किया कि इस घटना की न्यायिक जांच करवाई जाए, निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन्हें तत्काल रिहा किया जाए और जिस पक्ष के कारण ये दंगा फसाद हुआ है उनकी गिरफ्तारी की जाए.