रायपुर। वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने हाथी मानव द्वंद के विषय पर अपने निवास कार्यालय में गुरुवार को प्रेस वार्ता ली. इस दौरान उन्होंने बताया कि आज ‘हाथी मानव द्वंद’ के विषय में समीक्षा बैठक हुई. जिसमें विभाग के प्रमुख सचिव व अन्य अधिकारी शामिल रहे. इस बैठक में हाथी मानव द्वंद को कम करने के लिए क्या- क्या प्रयास किया जा सकता है इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई. वन मंत्री अकबर ने हाथियों के मामले लापरवाही बरनते वालों पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा जो वर्तमान में कार्रवाई की जाती है, हाथियों के आगमन की संपूर्ण सूचना गांव में वायरलेस मोबाइल और माइक के जरिए से अभी वर्तमान में प्रसारित किया जाता है. वहीं उन्होंने कहा कि जो हाथियों का दल पूरे राज्य में विचलित कर रहा है उसका संख्या 266 है और दलों की संख्या 14 है. बालोद में जो 22 हाथियों का दल था, वह रात को राजनंदगांव जिले के तरफ से आगे बढ़ गया है.
जिस प्रकार से हाथियों का मूवमेंट लगातार चल रहा है, तो कहीं भी कभी भी यह जा सकते हैं. उसके हिसाब से वन विभाग को तैयारी करने की आवश्यकता है.
उन्होंने बताया समीक्षा के दौरान जो बातें सामने आई है. उसमें लगातार यह देखा जा रहा है कि महासमुंद ,अंबिकापुर या बालोद में वन अमला, फॉरेस्ट गार्ड, रेंजर, डीएफओ उनके द्वारा आने जाने वाले लोगों को यह समझाइश दी जा रही है कि उधर हाथियों का दल है उस तरफ ना जाए लेकिन लोग सेल्फी लेने के चक्कर में, तो कुछ लोग कहते हैं कुछ नहीं होगा हम चले जाएंगे इस प्रकार की बातें कर और जानबूझकर सामने जाने का प्रयास करते हैं. अब तक ऐसे लोगों को वन विभाग द्वारा समझाएं दी जाती थी की उस तरफ न जाए. लेकिन बहुत ज्यादा समझाइश देने के बावजूद लोग सेल्फी लेने आने चक्कर में हाथी दल के पास चले जाते हैं , तो अब उन पर वन प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया 12 हाथियों को ट्रेंकुलाइज करने का भी काम किया जा रहा है.