मानसून सत्रः श्रद्धांजलि के बाद बृहस्पत सिंह के बयान पर हंगामा…जानिए मंत्री चौबे ने क्या कहा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन सदन उन पूर्व सांसदों और विधायकों को श्रद्धांजलि दे रहा है, जिनका निधन मार्च से जुलाई के बीच हो गया। इसकी वजह से सदन के पहले ही दिन प्रश्नकाल नहीं हो पाया। इसके बाद बृहस्पत सिंह पर जारी चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे को कहना पड़ा कि सरकार का भी पक्ष सुनेंगे या नही।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर बोले कि सरकार ही तो आरोपी है। फिर नेता प्रतिपक्ष ने भी संवादहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार के कैबिनेट मंत्री एक दूसरे से पत्राचार करते हैं। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा इस सरकार का मुख्यमंत्री पद कटघरे में है। सदन में विपक्ष ने कहा यह बहुत गंभीर मामला है।
विधानसभा की कार्यवाही संबंधी नोटिफिकेशन जारी होने के बाद यह मामला सामने आया, ऐसे में विपक्ष की भी सुरक्षा का विषय है। विधानसभा अध्यक्ष को हमारा संरक्षण करना होगा। संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा यह परंपरा तोड़ी जा रही है…एक साथ खड़े होकर अध्यक्ष की भी बात नही सुन रहे हैं। विपक्ष विधायक बृहस्पत को बुलाने की मांग करता रहा, फिर हंगामें के बीच सदन की कार्रवाई 5 मिनट के स्थगित कर दी गई।
धर्मजीत ने कहा-यह गंभीर मामला है
मुख्यमंत्री ने भी कहा कि सब लोग एक साथ बोलें, से कौन सी परंपरा है? मुख्यमंत्री ने कहा सदन के सभी सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी इस सरकार की है। मामला फिर गरम हुआ। विपक्ष के हंगामे के बीच विधायक धरमजीत ने भी कहा कि यह यह गंभीर मामला है, क्योंकि इस मामले में मुख्यमंत्री पद के नाम का विषय जुड़ा हुआ है। इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा है। पक्ष विपक्ष की नोकझोक जारी रहा।