
रायपुर। देश के सबसे बड़े अस्पताल अंबेडकर अस्पताल ( Dr B.R.. Ambefkar M. Hospital) से आईपीडी (IPD) और ओपीडी (OPD ) की शिफ्टिंग की जाएगी। पहले आईपीडी को बाहर शिफ्ट किया जाएगा। उसके बाद आवश्यकता पड़ने पर ओपीडी को बाहर शिफ्ट किया जाएगा। चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की स्थिति,उनके उपचार की सुविधा और अन्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ही शिफ्टिंग की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। सभी विभागाध्यक्षों ने बुधवार को शिफ्टिंग स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अपने-अपने विभाग की आवश्यकताओं की जानकारी अधीक्षक डॉ.जैन को दी।
उप अधीक्षक ने अधिष्ठाता को दी ये जानकारी
डीकेएस अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. हेमंत शर्मा ने अधिष्ठाता डॉ.दत्त को अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या,जरूरी उपकरण और इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी दी।
संचालित होने वाले विभागों की जानकारी
विभागों के अनुसार उनके वितरण के बारे में बताया। वर्तमान में अम्बेडकर अस्पताल में मेडिसीन रोग, हड्डी रोग, बाल्य एवं शिशु रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, जनरल सर्जरी, नाक, कान गला रोग, नेत्र रोग, दन्त रोग, मनोरोग, चर्म रोग, श्वसन रोग, कैंसर (रेडियोथेरेपी), हृदय रोग, पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, एनेस्थेसिया एवं रेडियोडाग्नोसिस (एक्स रे) विभाग का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है। इनमें से कैंसर (रेडियोथेरेपी), रेडियोडाग्नोसिस (एक्स रे), पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट, एनेस्थेसिया विभाग वर्तमान में अम्बेडकर अस्पताल में ही संचालित होंगे।
बाद में बदव जाएंगे कुछ और विभाग
निकट भविष्य में इनमें से कुछ विभागों का संचालन आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए परिवर्तित किया जा सकता है। इन विभागों को आवश्यकतानुसार शिफ्ट करने की योजना है।
कोविड-19 के इलाज के लिए 500 बेड
कोविड-19 (COVID 19) के इलाज के लिए शासन के निर्देश पर डॉ.भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में 500 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने 7 अप्रैल से अंबेडकर अस्पताल के विभागों के शिफ्टिंग ( Shifting) की प्रक्रिया के निर्देश दिए थे। मंगलवार को चिकित्सा महाविद्यालय में अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त की अध्यक्षता में समस्त विभागाध्यक्षों के साथ बैठक हुई।
इन अस्पतालों मे भर्ती होंगे मरीज
बैठक में कोविड-19 को लेकर अस्पताल की तैयारियों एवं शिफ्टिंग को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। आईपीडी अंत: रोगी विभाग में भर्ती होने वाले मरीजों की व्यवस्था दूसरे अस्पतालों में हो जाने के बाद ही मरीजों को उन अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा। शासन के निर्देश पर डीकेएस सुपरस्पेश्यलिटी हॉस्पिटल, पंडरी जिला चिकित्सालय एवं आवश्यकतानुसार मातृ-शिशुअस्पताल कालीबाड़ी और शांतिनगर स्थित एकता हॉस्पिटल का उपयोग मरीजों के भर्ती और उपचार के लिए किया जाएगा।
वर्तमान में जो स्टेबल मरीज हैं, केवल उन्हें ही डिस्चार्ज किया जा रहा है। डिस्चार्ज के बाद उनके गंतव्य तक जाने की व्यवस्था संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 के साथ समन्वय करके की जा रही है। अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।