60 ठिकानों पर छापे 500 अफसर, 200 सीआरपीएफ के जवान, किसी को भी खबर नहीं लगी कानों कान
6 महीने से रखे गए थे सर्विलांस पर, दबे पांव दी ऐसी दस्तक कि सन्न रह गए रसूखदार

रायपुर। छत्तीसगढ़ में गुरुवार को 60 से ज्यादा ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग का छापे (Income tax raid) पड़े। इन 60 ठिकानों में तमाम रसूखदार लोगों के अलावा अफसरों और महापौर (mayor) एजाज ढेबर के ठिकाने भी शामिल हैं। इस छापे में 500 अफसर (officer) व कर्मचारी इन लोगों की कर्म कुंडली खंगाल रहे हैं। सुबह करीब 7 बजे से ही अफसरों की टीमों का संबंधित ठिकानों पर पहुंचना शुरू हो गया, उसके बाद छापेमारी की कार्रवाई हुई। पिछले कई सालों से आईटी अफसर अपनी पहचान बदलकर और गाड़ियों पर अलग-अलग स्टीकर लगाकर छापे के लिए पहुंचते रहे हैं। ऐसा इसलिए किया गया ताकि किसी को भी शक न हो।
छह महीने से थे लोग सर्विलांस पर :
राजधानी के शराब और रेत के धंधों से अवैध कमाई किए जाने से पूरे मामले की कलई खुली । सैकड़ों करोड़ रूपए के हवाला कारोबार को इंटेलीजेंस ब्यूरो ने सूंघ लिया। इसके बाद स्पेशल यूनिट लगाकर सर्विलांस (surveillance) पर रख दिया गया।
क्यों पड़ी इसकी जरूरत:
दरअसल जो शुरुआती जानकारी निकल कर सामने आ रही है। उसके मुताबिक दूसरे राज्यों में हुए चुनाव के दौरान छत्तीसगढ में बड़े पैमाने पर पाॅलिटिकल फंडिग जुटाई गई । यह राशि शराब के बड़े कारोबारियों और रेत के ठेकेदारों से हासिल की गई थी।
राज्य पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि इसी बात की सूचना राज्य इंटेलीजेंस के पास थी कि सेंट्रल स्तर पर कुछ लोगों को सर्विलांस किया जा रहा है। बावजूद इसके सेंट्रल एजेंसियों ने इस छापे की किसी को भी कानों कान खबर होने नहीं दी। यहां तक कि स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन का भी सहयोग नहीं लिया गया।
500 अफसर खंगाल रहे हैं कर्म कुंडली:
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्य सचिव (former chief secretary) विवेक ढांड, महापौर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक भाटिया, होटल कारोबारी गुरूचरण होरा, संजय संचेती, मीनाक्षी टुटेजा, कमलेश जैन,आबकारी विभाग के ओएसडी ए पी त्रिपाठी, सीए अजय सिंधवानी के ठिकानों पर पड़े छापे में इंकम टैक्स समेत विभिन्न एजेंसियों के करीब पांच सौ अधिकारी-कर्मचारी शामिल किए गए हैं। स्थानीय स्तर पर पुलिस का सहयोग लेने की बजाए सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स सीआरपीएफ के 200 जवानों को तैनात किया गया है। सूचना पाकर पहुंची स्थानीय पुलिस को भी इस मामले में दखल दिए जाने से सख्ती से रोक दिया गया। जानकारों का कहना है कि कुल 60 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई चल रही है।