एकलव्य विद्यालय की तीन छात्राओं ने जेईई एडवांस के लिये किया क्वालीफाई, माओ प्रभावित क्षेत्र गंजेनार की तारिका रही अव्वल
दिनेश गुप्ता, गीदम। एकलव्य विद्यालय कटेकल्याण वर्तमान संचालित एजुकेशन सिटी जावंगा गीदम की तीन छात्राओं ने जेईई मेंस परीक्षा क्वालीफाई किया है। इन छात्राओं में तारिका गावड़े पिता राजूराम गावड़े, निधि ध्रुव पिता चतुर सिंह ध्रुव व किरण बघेल पिता नीलाम्बर बघेल है। तीनो छात्राये शुरू से ही होनहार रही है। इनमें से तारिका दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गंजेनार की रहने वाली है।
तारिका के पिता पेशे से कृषक है और वह ज्यादा पढ़े लिखे नही है लेकिन उनकी शुरू से ही उनकी इच्छा रही हैं कि उनके बच्चे पढ़ लिख कर उच्च पदों पर आसीन हो। इसीप्रकार निधि ध्रुव के पिता चतुर सिंह ध्रुव पुलिस विभाग में कर्मचारी है, और किरण बघेल के पिता पेशे से कृषक है और वह भी ज्यादा पढ़े लिखे नही है लेकिन उनके मन मे भी यही इच्छा रही है कि उनके बच्चे अच्छे से पढ़े लिखे व अपने माता पिता का नाम रोशन करे। वर्तमान में ये सभी बच्चे छू लो आसमान संस्था कारली में अध्ययन के साथ – साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है।
पिछले वर्ष भी हुआ था एकलव्य विद्यालय की सात छात्राओं का चयन
पिछले वर्ष भी एकलव्य विद्यालय की सात छात्राओं का चयन जेईई एडवांस परीक्षा के लिये हुआ था। जो छात्राये वर्तमान समय मे देश के विभिन्न राज्यो के एनआईटी में अध्ययन कर रही है। पहले एकलव्य विद्यालय कटेकल्याण में संचालित था तब विद्यालय के बच्चें किसी भी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे न तो जानते थे न ही किसी परीक्षाओं में सम्मिलित हो पाते थे। परंतु विगत दो – तीन वर्षो में कुछ कारणों से विद्यालय के एजुकेशन सिटी में शिप्ट होने के बाद बच्चों में पढ़ाई व कॉम्पटीशन एग्जाम के बारे में अलग से उत्साह नजर आने लगा है। और बच्चों की पढ़ाई में एजुकेशन सिटी के पढ़ाई के माहौल का असर उनके परीक्षा परिणामो में साफ नजर आने लगा है।
विगत तीन वर्षों से विद्यालय के बोर्ड़ परीक्षाओ का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहता है। और विद्यालय की छात्राये राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो कर विद्यालय व जिले का नाम रोशन कर रही है। सहायक आयुक्त अमरचंद बर्मन ने चयनित बच्चों को बधाई दी है और कहा कि भविष्य में प्रयास किया जायेगा कि विद्यालय के ज्यादा बच्चों का चयन प्रतियोगी परीक्षाओं में हो सके।