भारत ने एलओसी पर कल से व्यापार बंद करने का फैसला लिया है. सरकार का कहना है कि एलओसी पर अवैध कारोबार की सूचना मिल रही थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है.
गृह मंत्रालय के मुताबिक खबर मिल रही थी कि एलओसी व्यापार मार्गों से अवैध मादक पदार्थों और नकली मुद्रा व अन्य फंडिंग हो रही है.
एनआईए की जांच के दौरान ये मामला सामने आया है. एलओसी पर होने वाले व्यापार में कई खामियां मिल रही थीं. गृह मंत्रालय का कहना है कि एलओसी पर अवैध कारोबार की सूचना मिल रही थी, जिसकी वजह यह निर्णय लिया गया है.
गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में सलामाबाद और चाकण-दा-बाग में एलओसी व्यापार को बंद करने का फैसला लिया है.
गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि नियंत्रण रेखा के जरिए व्यापार के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग की रिपोर्ट के बाद कश्मीर क्षेत्र के बारामूला के सलामाबाद और जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले के चक्कन-दा-बाग में व्यापार रोकने के आदेश जारी किए गए हैं.
इसमें कहा गया है कि इसलिए भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर के सलामाबाद और चक्कन-दा-बाग में नियंत्रण रेखा के जरिए व्यापार को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का फैसला किया है. बयान में कहा गया है कि एक सख्त विनियामक और प्रवर्तन तंत्र तैयार किया जा रहा है और विभिन्न एजेंसियों के साथ विचार-विमर्श के बाद इसे लागू किया जाएगा. उसके बाद नियंत्रण रेखा के जरिए कारोबार फिर शुरू करने के मुद्दे पर विचार किया जाएगा.
इस घोषणा के तत्काल बाद जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों ने इसे चुनावी हथकंडा बताया है. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सालों से हम हर ट्रक की जांच के लिए जोर देते रहे हैं, लेकिन इसके बदले उन्होंने पूरी तरह से व्यापार बंद कर दिया है.
उन्होंने कहा कि एलओसी के जरिए व्यापार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत थी और उनके उत्तराधिकारी मनमोहन सिंह ने उसे आगे बढ़ाया था. उमर ने कहा ‘मुझे आश्चर्य है कि खुद को वाजपेयी जी का अनुयायी होने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने ठीक उलटा किया है.’
कांग्रेस सदस्य और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा ‘यह पूरी तरह से एक चुनावी हथकंडा है. भाजपा को लग रहा है कि उसके नीचे से जमीन खिसक रही है और अब वे लोकसभा चुनाव में और अधिक ध्रुवीकरण के लिए बेचैन हैं.’
केरल में चुनाव प्रचार कर रहे आजाद ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान दोनों व्यापारिक केंद्रों से किसी भी गैरकानूनी गतिविधि की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. बता दें कि इससे पहले तीन अप्रैल को भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर बने लगातार तनाव के कारण पुंछ में व्यापार बंद रहा था. 2 अप्रैल को भी पाकिस्तान की ओर से जारी हमलों के कारण व्यापार नहीं हो सका था.