चीफ जस्टिस त्रिपाठी ने भटगांव-बिलाईगढ़ में किया दो नये सिविल कोर्ट भवन का लोकार्पण
बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी ने आज जिले के बिलाईगढ़ और भटगांव में नवनिर्मित व्यवहार न्यायालय भवनों का लोकार्पण किया। प्रत्येक भवन में सर्व सुविधायुक्त 12 कमरें हैं और इनका निर्माण लगभग 2 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। समारोह में हाई कोर्ट के न्यायाधीश और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रशांत कुमार मिश्रा, पोर्ट फोलियो जज एवं न्यायाधीश राम प्रसन्न शर्मा, राज्य सरकार के विधि एवं विधायी विभाग के प्रमुख सचिव श्री आर.एस.शर्मा, हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल श्री नीलमचंद सांखला, जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री संतोष शर्मा उपस्थित थे।
कानून के क्षेत्र में विकास काफी हो रहा है
मुख्य न्यायाधीश श्री त्रिपाठी ने लोकार्पण के बाद आयोजित सभा में नए भवन की सुविधा के लिए जजों, अधिवक्ताओं और पक्षकारों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने नए भवनों की तरह न्याय पद्धति को भी स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देने को कहा है। मुख्य न्यायाधीश ने खासकर नए अधिवक्ताओं से कहा कि सुनने की अपेक्षा पढ़ने पर ज्यादा जोर लगाएं। उन्होंने कहा कि पढ़ने से बहुत सारी चीजें अपने आज स्पष्ट हो जाती हैं। वकालत की डिग्री लेना आजकल तो आसान है। लेकिन इनका इस्तेमाल करना उतना ही कठिन है। उन्होंने कहा कि आज बदलते दौर में रोज-रोज नए कानून आ रहे हैं। कानून के क्षेत्र में विकास काफी हो रहा है। समय के साथ अपडेट रहने के लिए हमें नई प्रोद्यौगिकी का सहारा लेना होगा।
ज्ञान का कोई विकल्प नहीं है
उन्होंने राज्य सरकार से ई-लाईब्रेरी स्थापना के लिए प्रयास करने का भरोसा दिलाया। मुख्य न्यायाधीश ने वकीलों से समय पर कोर्ट आकर न्यायालयीन काम-काज में सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब हाई कोर्ट साढ़े 10 बजे से अपना काम शुरू कर देता है तो अधीनस्थ न्यायालय भी अपना काम शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान का कोई विकल्प नहीं है और अध्ययन से ही ज्ञान बढ़ता है। ज्ञान की बदौलत ही लोग आज बड़े-बड़े पदों पर विराजमान हैं।
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सहयोग से न्याय के क्षेत्र में एक नया मोबाईल एप्प लांच किया है
न्यायाधीश प्रशांत कुमार मिश्रा ने कहा कि छोटे शहरों में बड़े भवन का निर्माण एक बड़ी घटना है। उन्होंने कहा कि न्यायदान करनें में इससे जुड़े सभी लोगों को गंभीरता से काम करना चाहिए। उन्हांने बताया कि केन्द्रीय सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सहयोग से न्याय के क्षेत्र में एक नया मोबाईल एप्प लांच किया है। इससे अब पक्षकारों को अपने मुकदमें की सही -सही जानकारी मिल सकेगी। लोगों को अब गुमराह नहीं किया जा सकेगा। पोटफोलियो हाईकोर्ट जज श्री राम प्रसन्न शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा न्यायालयों के प्रति लोगों की बड़ी आस्था है। इस आस्था को बनाए रखने के लिए हमें और ज्यादा देर तक काम करने की जरूरत है। प्रयास करें कि समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण हो और अनावश्यक लंबित न रहें।
प्रकरणों का निपटारा होगा तो और ज्यादा प्रकरण पंजीबद्ध होंगे
यह काम चाहे न्यायिक प्रक्रिया के जरिए हो अथवा समझौते के साथ। प्रकरणों के निराकरण तभी जल्दी से होगा जब वकील मामलों में पूरी तैयारी के साथ पहुंचें। उन्होंने वरिष्ठ वकीलों को अपने जुनियर के साथ अनुभव साझा करने की समझाईश दी ताकि उनकी गैर मौजूदगी में भी प्रकरणों का निराकरण जुनियर द्वारा प्रक्रिया के तहत किया जा सके। श्री शर्मा ने कहा कि लोक अदालतों के प्रकरणों को भी अधिवक्ताओं को गंभीरता से लेना चाहिए। प्रकरणों का निपटारा होगा तो और ज्यादा प्रकरण पंजीबद्ध होंगे। मुकदमों की संख्या में कमी नहीं आएगी।
प्रत्येक भवन में 12-12 कमरे हैं
जिला जज संतोष शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक भवन में 12-12 कमरे हैं। इनमें प्रमुख रूप से दो नग कोर्ट रूम, रिटायरिंग रूम 2 नग, रिकार्ड रूम एक नग, नाजिर रूम एक नग, मालखाना एक नग, महिला लॉकअप रूम एक नग, पुरूष लॉक अप रूम एक नग, बार रूम एक नग, अभियोजन रूम एक नग, लाईब्रेरी रूम एक नग, लाईब्रेरी प्रभारी रूम एक नग, बुक स्टॉक एक नग, सूईटर रूम एक नग, गार्ड रूम एक नग, महिला टॉयलेट 2 नग, पुरूष टॉयलेट 2 नग और कोरिडोर तीन मीटर चैड़ाई का बनाया गया है। भटगांव अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बी.पी. कुर्रे और बिलाईगढ़ अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री मनोहरलाल जाटवर ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन एडीजे श्री प्रफुल्ल सोनवानी ने किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक नीथुकमल, डीएफओ श्री विश्वेश कुमार, जिला पंचायत के सीईओ श्री एस.जयवर्धन,सीजेएम श्री अवधकिशोर सहित अधीनस्थ न्यायालयों के जज, अधिवक्तागण, पक्षकार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।