जशपुर से CRPF कैंप नहीं हटाने की मांग, राजनाथ सिंह से मिली जशपुर रियासत की बहू
जशपुर। वर्षों से स्थित सीआरपीएफ कैम्प हटाए जाने के बाद जशपुर की सुरक्षा पर संभावी खतरे को देखते हुए कैम्प को यथावत रखने के लिए केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय के बाद जशपुर रियासत की बहूरानी व नगरपालिका उपाध्यक्ष प्रियम्वदा सिंह जूदेव ने आज केंद्र सरकार में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उनसे निवेदन किया कि जशपुर जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र से मुक्त हो जाने के बावजूद भी नक्सल प्रभावित प्रदेश झारखंड और उडीसा से लगा है इसलिए जिले के आमजनों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए सीआरपीएफ कैम्प न हटाया जाए।
श्रीमंती जदेव् द्वारा गृहमंत्री से मिलकर किये गए आग्रह के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि कैम्प को वैकल्पिक व्यवस्था तक नही हटाया जाएगा। गृहमंत्री ने श्रीमती जूदेव के निवेदन पर गम्भीरता पूर्वक विचार करने का भरोसा दिया है। इससे पहले जिले के भी तीनों विधायकां ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीआरपीएफ कैम्प नही हटाये जाने का निवेदन किया था।
सीआरपीएफ कैम्प का यथावत रहना जरूरी
प्रियम्वदा जूदेव ने बताया कि झारखंड और उड़ीसा के संवेदनशील क्षेत्रों से जशपुर जिले की सीमाएं लगी हुई हैं इस लिहाज से सीआरपीएफ कैम्प का यथावत रहना जरूरी है और उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए तर्कों को गृहमंत्री ने गम्भीरता से सुना और विचार करने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जिस जशपुर की जनता ने उनके परिवार को अपने परिवार से भी बढ़कर माना और पलकों पर बिठाए रखा वहाँ की जनता के लिए वह आखिरी दम तक सेवा में जुटी रहेंगी।
उन्होने कहा कि ससूर स्व दिलीप सिंह जूदेव और पति स्व शत्रुंजय प्रताप ने जिस निष्ठा और ईमानदारी से जिले के लोगों की सेवा की उस सेवा की परंपरा को हमेशा जारी रखा जाएगा। आखिरी में उन्होंने कहा कि जनता की सेवा के लिए पद और सत्ता से ज्यादा भावना महत्वपूर्ण होती है। और इन्ही भावनाओं के साथ जशपुर में जनजातीय संग्रहालय और योगकेन्द्र की स्वीकृति कराई गई है और उम्मीद है कि बहुत जल्द दोनां का काम शुरू होगा।