घर में छुपी थी सात महीने से लाश, घर का ताला लगाकर बेटा था गायब
भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला की सात महीने पुरानी लाश मिली है। जिससे इलाके में दहशत का माहौल है। ये लाश राजधानी के विद्या नगर सी-सेक्टर के पास स्थित बीडीए कॉम्प्लेक्स के फ्लैट में मिली है। लाश के बारे में पुलिस को रविवार को जानकारी मिली।
बताया जा रहा है कि लाश को रजाई से लपेटकर दीवान में कपड़ों से ढंककर रखा गया था। मामले की जानकारी मिलते ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मामले पर एसडीओपी दीशेष अग्रवाल ने बताया कि ये लाश विमला की है। विमला सड़क परिवहन निगम में कर्ल्क रह चुकी हैं। उनके पति का नाम बृजमोहन श्रीवास्तव था।
मृतक महिला के पड़ोसियों का कहना है कि विमला के साथ उनका 31 साल का बेटा अमित श्रीवास्तव भी रहता था। पड़ोसियों का कहना है कि वह 6 से 7 महीने से लापता है। ऐसे में माना जा रहा है कि ये लाश भी 6 से 7 महीने पुरानी हो सकती है।
लाश के बारे में ऐसे मिली जानकारी
बीते कई महीनों से विमला के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चला। रविवार को फ्लैट के वर्तमान मालिक रामवीर सिंह का बेटा धर्मेंद्र सिंह दो लेबर के साथ पजेशन के लिए पहुंचा था। धर्मेंद्र ने जब फ्लैट का ताला खोला तो वहां बदबू आ रही थी। तभी उनकी नजर हॉल में रखे दीवान पर पड़ी। जब उन्होंने दीवान को खोला तो उसमें कुछ कपड़े पड़े थे।
जब इन लोगों ने कपड़े हटाकर देखा तो उन्हें रजाई में लिपटी लाश मिली। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले में फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
पजेशन नहीं दे रहा था अमित
फ्लैट के मालिक रामवीर सिंह का कहना है कि उन्होंने 2 जून, 2018 को एक बीएचके फ्लैट की रजिसट्री बीडीए से करवाई थी। इसके लिए रजिसट्री से 15 दिन पहले विमला की सहमति भी ली गई थी। छह लाख रुपये में फ्लैट का सौदा हुआ। इसमें से ढाई लाख रुपये अमित को बाकी के बीडीए को दिए गए। लेकिन अमित पजेशन नहीं दे रहा था।
मामले पर रिश्तेदारों का कहना है कि विमला की दोनों किडनी खराब हो चुकी थीं। अमित अपनी मां के इलाज के लिए लोगों से पैसे मांगता रहता था। इसी कारण वो डिप्रेशन में चला गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि ये लाश विमला की ही हो सकती है।