
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में देश का अंतरिम बजट पेश किया। ये मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी अंतरिम बजट है। इसमें महिलाओं के लिए अहम घोषणाएं की गईं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में बताया कि लखपति दीदी को बढ़ावा दिया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि करीब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। अभी मौजूदा 2 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य बढ़ाकर 3 करोड़ किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के विकास पर खास ध्यान दे रही है। लखपति दीदी इसी का हिस्सा हैं। 9 करोड़ महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है। लखपति दीदी से आत्मनिर्भरता आई है। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यक्रमों में भी तेजी लाने की बात कही।
लखपति दीदी योजना क्या है?
लखपति दीदी योजना देश में महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी है। इसे शॉर्ट में एसएचजी कहते हैं। इन समूहों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक है। इन स्वयं सहायतों समूहों में बैंक वाली दीदी, आंगनबाड़ी दीदी, दवाई वाली दीदी शामिल हैं। लखपति दीदी योजना महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो देश की इन दीदी को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें पैसा कमाने के योग्य बनाया जाता है।
बता दें कि महिलाओं को आर्थिक तौर पर इंपॉवर करने के लिए 15 अगस्त 2023 को लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखपति दीदी योजना के बारे में जिक्र किया था। आर्थिक रूप से वंचित बैकग्राउंड की महिलाओं को आगे लाने के लक्ष्य के साथ ये योजना शुरू की गई थी।