रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पत्र लिखे जाने पर पलटवार किया है। साव ने सीएम को गरीब विरोध बताते हुए उन्हें गरीबों की पीएम आवास छीनने वाला मुख्यमंत्री कहा है। उन्होंने कहा कि सीएम गरीबों का नहीं, केवल एक परिवार का सेवक है।
अरुण साव ने पीएम आवास को लेकर सीएम द्वारा पीएम को पत्र लिखने पर कहा कि भारत सरकार ने राज्यांश देने के लिए बार-बार पत्र लिखा, तब भूपेश बघेल को गरीबों की याद नहीं आई। चुनाव नजदीक आ रहा है तो अब फिर से गरीबों को छलने का काम कर रहे हैं। वास्तव में भूपेश बघेल की नीयत गरीबों के लिए काम करने की नहीं है। वो तो पिछले पौने पांच साल से एक परिवार की सेवा में लगे हैं। सिर्फ एक परिवार की चिंता कर रहे हैं। भूपेश बघेल ने इन सालों में गरीबों की चिंता नहीं की।
साव ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े-बड़े वायदा करके सरकार बनाई। लेकिन पौने पांच साल तक गरीबों के साथ अन्याय और अत्याचार किया, अब चुनाव नजदीक आ रहा है तो फिर ठगने का काम कर रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ की जनता समझ गई है, आप गरीब विरोधी है। गरीबों से कोई स्नेह नहीं हैं।
कांग्रेस को भारत से इतनी ऩफरत क्यों
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब भी भारत का नाम आता है, तो कांग्रेसियों की पेट में दर्द होने लगता है। क्या ये देश भारत नहीं है। कांग्रेस के लोगों को भारत से इतनी ऩफरत क्यों है। क्या संविधान में भारत शब्द का उल्लेख नहीं है। भारत और भारतीयों से घृणा करना कांग्रेसी बंद करे। अपने आप को भारतीय कहने में लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस का विरोध दुर्भाग्यजनक है।
भूपेश एक परिवार का एटीएम
साव ने कहा कि भूपेश बघेल लगातार पलटूराम की तरह पलटे रहते हैं। जन घोषणा पत्र में वादा किए थे, अब उससे मुकरने का काम कर रहे हैं। बार-बार ये करते हैं। भाजपा सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र के साथ काम कर रही हैं। लेकिन भूपेश एक परिवार के एटीएम बन कर काम कर रहे हैं।
सिंहदेव को केंद्रीय चुनाव समिति में जगह देने के सवाल पर साय ने कहा कि पौने पांच साल तक राज्य में कांग्रेस के नेता आपस में लड़ रहे हैं। अब कांग्रेस कुछ भी कर ले, लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस सरकार की छुट्टी करने का मन बना लिया है।
वीवीपैट से अडानी निकलने के सवाल पर साव बोले कि ये लोकतंत्र है। जब आप जनता की बीच में जाते हैं तो आपको उनके सामने रिपोर्ट कार्ड लेकर जाना चाहिए। जो वादे आपने किए थे, उनको आपने कितना पूरा किया है।