कर्नाटक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक के बांदीपुर और मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के दौरे पर हैं। जहां पीएम मोदी एडवेंचर गॉलेट स्लीवलेस जैकेट पहने ब्लैक हैट, खाकी पैंट, प्रिंटेड टी-शर्ट और काले रंग के जूते पहने हुए नजर आए।
ये दौरा प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बांदीपुर रिजर्व में’फ्रंटलाइन फील्ड स्टाफ से मिले। इसके बाद पीएम का संरक्षण गतिविधियों में शामिल स्वयं सहायता समूहों के साथ बातचीत की। पीएम मोदी मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के थेप्पाकडू हाथी शिविर भी पहुंचे। यहां भी पीएम मोदी ने शिविर के महावतों और ‘कावड़ियों’ से बातचीत की।
बता दें कि बांदीपुर टाइगर रिजर्व को 1973 में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के तहत लाया गया था। इसके बाद कुछ आसपास आरक्षित वन क्षेत्रों को 880.02 वर्ग किलोमीटर तक फैले रिजर्व में जोड़ा गया। बांदीपुर टाइगर रिजर्व के कब्जे में अभी 912.04 वर्ग किमी क्षेत्र आता है।
बाघों के नए आंकड़े जारी पीएम मोदी ने बाघों की संख्या के नए आंकड़े जारी किए हैं।
साल 2022 में देश में बाघों की संख्या 3167 थी। पिछले 4 साल में 200 बाघ बढ़े। इससे पहले 2018 में ये संख्या 2967 थी। इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि हम सभी एक बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं। प्रोजेक्ट टाइगर को 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत ने न सिर्फ टाइगर को बचाया है बल्कि उसे फलने फूलने का एक बेहतरीन ईको सिस्टम भी दिया है। उन्होंने आगे कहा कि दशकों पहले भारत से चीता गायब हो गए थे।
हम शानदार चीतों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रिका से भारत लेकर आए। कुछ दिन पहले ही कूनो नेशनल पार्क में 4 सुंदर शावकों ने जन्म लिया है। IBC की हुई शुरुआत पीएम मोदी ने प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के मौके पर एक स्मारक सिक्का जारी किया। इंटरनेशनल बिग कैट्स अलायंस (International Big Cats Alliance -IBCA) की शुरुआत भी किया। IBCA में ऐसे देश शामिल हैं, जहां ‘मार्जार’ प्रजाति के सात पशु-बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, पुमा, जगुआर और चीता पाए जाते हैं। यह संगठन इन पशुओं के संरक्षण और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगा।