रायपुर। फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर देश भर में करोड़ो रूपये की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय दिल्ली गिरोह का पुलिस ने भण्डाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में 5 पुरूष और 3 महिलाओँ आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।
प्रार्थी महफूज अंसारी ने तेलीबांधा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह हसन कॉलोनी थाना टिकरापारा, रायपुर में रहता है और भिलाई स्टील प्लांट में लाईजनिंग का काम करता है। प्रार्थी को 16फरवरी 2022 को उसके मोबाईल नंबर में अज्ञात मोबाईल नंबर 9990296414 के धारक द्वारा फोन कर अपना नाम सुजाता जैन बताते हुए स्वयं को सिटी फाईनेंस बैंक मुंबई का कस्टमर मैनेजर होना बताया गया। सुजाता जैन द्वारा प्रार्थी को लोन उपलब्ध कराने का झांसा देते हुए प्रार्थी को विश्वास में लेकर लोन संबंधी दस्तावेज तैयार कराने हेतु प्रोसेसिंग फीस के रूप में 4 हजार रूपये की मांग के साथ-साथ आधार कार्ड, पेन कार्ड एवं अन्य दस्तावेजों को व्हाट्सएप में भेजने हेतु कहा गया, जिस पर प्रार्थी द्वारा 19 फरवरी 2022 को सुजाता जैन के बताये अनुसार यूनियन बैंक के खाता में 4हजार रूपये जमा कराये।
इसी प्रकार प्रार्थी लोन प्राप्त करने के उम्मीद में उक्त बैंक के कर्मचारियों द्वारा फोन कर रकम की मांग करने पर अलग-अलग किश्तों में दिनांक 23 फरवरी 2022 से 13 अक्टूबर 2022 तक प्रार्थी ने रकम जमा कराये लेकिन लोन प्राप्त नही होने पर एवं आशंका होने पर प्रार्थी द्वारा जमा किये रकम की वापस मांग की गई तब जमा किये गये रकम को वापस लौटाने के नाम उक्त बैंक के कर्मचारियो द्वारा प्रार्थी से जमा की हुई रकम को वापस करने हेतु पुनः रकम की मांग की गई जिस पर प्रार्थी द्वारा दिनांक 21 अक्टूबर 2022 से 24 अक्टूबर 2023 तक रकम जमा कराये गये।
इस प्रकार व्यक्तियों द्वारा प्रार्थी को लोन उपलब्ध कराने का झांसा देकर प्रार्थी को विश्वास में लेकर 19 फरवरी 2022 से 24 फरवरी 2023 तक प्रार्थी से कुल 25,84,681/- रूपये अलग-अलग बैंक खातों में प्राप्त कर प्रार्थी के साथ ठगी किया गया है। जिस पर अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारकों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध पंजीबद्ध किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर कॉल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही प्रार्थी द्वारा जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किये गये थे उन बैंक खातों की भी जानकारी एकत्र कर आरोपियों को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से आरोपियों को दिल्ली के पटेल नगर में लोकेट करने में सफलता प्राप्त हुई। जिस पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा पुलिस की 7 सदस्यीय टीम को दिल्ली रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा दिल्ली पहुंच कर लगातार कैम्प कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान दिल्ली के पटेल नगर में कैम्प कर रही टीम को आरोपियों के पटेल नगर स्थित मकान में होने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा उक्त स्थान पर पहुंच कर मकान में रेड कार्यवाही की गई, रेड कार्यवाही के दौरान मकान में 5 पुरूष एवं 3 महिला सहित कुल 8 व्यक्ति उपस्थित पाये गये तथा मकान में आरोपियों द्वारा कॉल सेंटर संचालित करना पाया गया। पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम यश वर्मा, अभिषेक कुमार झा, बृजेश कुमार, सन्नी कुमार, दिव्य गुप्ता, रंजीता यादव, रूची वर्मा एवं निशा कुमारी निवासी दिल्ली का होना बताया। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा विगत 4 वर्षो से फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर देश भर में लोगों को लोन उपलब्ध कराने का झांसा देकर पीड़ितों को अपने भरोसे में लेकर करोड़ों रूपये की ठगी करना बताया गया है।
जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 नग कम्प्यूटर सिस्टम, 2 नग लैपटॉप, 20 नग मोबाईल फोन, 01 नग टैबलेट एवं 10 नग (मोबाईल नम्बर) लॉग बुक डायरी जुमला कीमती लगभग 5 लाख रूपाये जप्त कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।