पचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में इस मास को काफी शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान के साथ दान करना पुण्यकारी माना जाता है। पंचांग के अनुसार साल 2024 की पहली अमावस्या है। इस अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान दान के साथ पितरों का तर्पण और पिंडदान करना भी शुभ माना जाता है जानिए मौनी अमावस्या की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।
कब है मौनी अमावस्या 2023?
माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ- 21 जनवरी, शनिवार को सुबह 06 बजकर 17 मिनट पर शुरू
माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का समापन- 22 जनवरी, रविवार को सुबह 02 बजकर 22 मिनट तक
उदया तिथि के आधार पर मौनी अमावस्या 21 जनवरी 2023, शनिवार को है।
मौनी अमावस्या 2023 पर बन रहा शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 06 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक
हर्षण योग- 21 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 34 मिनट तक
स्नान -दान का शुभ मुहूर्त
मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन सूर्योदय के समय गंगा स्नान जरूर करें। अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं,तो घर में ही नहाने वाले पानी में थोड़ा सा गंगाजल डाल लें और मां गंगा का ध्यान करते हुए स्नान कर लें। ऐसा करने से गंगा में स्नान करने के बाद पुण्य की प्राप्ति होगी। पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन सुबह 08 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट के बीच स्नान करना काफी शुभ होगा।