देश के पहले ‘किसान स्कूल’ का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू के नाम पर किया गया
किसान महोत्सव का हुआ आयोजन
जांजगीर-चाम्पा। बहेराडीह गांव में स्थित देश के पहले ‘किसान स्कूल’ का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू के नाम पर किया गया. इस दौरान गोठान परिसर में राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर 2 दिवसीय किसान महोत्सव का शुभारम्भ छग गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामुसन्दर दास ने किया. यहां अतिथियों ने किसान स्कूल का भ्रमण किया और स्कूल में किसानों को दी जाने वाली विभिन्न जानकारी से अवगत हुए. इस दौरान किसान स्कूल का स्थापना दिवस भी मनाया गया. किसान स्कूल पहुंचने पर महिलाओं ने तिलक लगाकर अतिथियों का स्वागत किया.
इस मौके पर छग शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल, जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा, छग श्रम कल्याण मंडल के सदस्य हरप्रसाद साहू, जिला साहू समाज के जिलाध्यक्ष बालेश्वर साहू, कांग्रेस नेता राइस किंग, बलौदा जनपद के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया राठौर, जांजगीर मंडी के अध्यक्ष ब्यास कश्यप समेत अन्य अतिथि मौजूद थे.
यहां कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 10 किसानों को स्मृति चिन्ह, शॉल, सम्मान पत्र भेंटकर बहेराडीह के किसान मुरितराम यादव, पचेड़ा के किसान हीरानन्द कश्यप, नवापारा कनई के किसान रामकुमार कश्यप, कोसमन्दा की महिला किसान सतरूपा यादव, जाटा की हेमकुमारी यादव, बहेराडीह की मेघा यादव, दर्राभाठा के किसान प्राणनाथ देवांगन, सिवनी के किसान भरतलाल साहू, मेंहदा के किसान संदीप तिवारी, जांजगीर-महन्त के किसान दुष्यंत सिंह का सम्मान किया गया. साथ ही, बहेराडीह गांव को गोद लेने वाली बलौदा जपं की उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव और बिहान की एफएलसीआरपी रेवती यादव को स्मृति चिन्ह, शॉल और सम्मान पत्र भेंटकर ‘नारी शक्ति सम्मान 2022’ से सम्मानित किया गया. यहां कई विभागों उद्यान विभाग, पशुधन विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, केंद्रीय रेशम बोर्ड और बहेराडीह के बिहान की महिलाओं के द्वारा स्टाल लगाए गए हैं.
इस मौके पर मुख्य अतिथि छग गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुंदर दास ने कहा कि बहेराडीह की पहचान देश भर में बन गई है और अब इस गांव को मिसाल के तौर पर पेश किया जाता है. बहेराडीह में कृषि सम्बन्धी उन्मुखी कार्यों और महिला समूह के विशेष कार्यों को देश भर में सराहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज प्रत्यक्ष तौर पर जैविक ग्राम बहेराडीह की खासियत को देखा तो मन में आत्मीय खुशी हुई कि कृषि के क्षेत्र में विशेष कार्यों में बहेराडीह के किसान और नारी सशक्तिकरण की दिशा में महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं. देश के पहले किसान स्कूल का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू के नाम पर करने को लेकर किसानों की टीम को धन्यवाद देते हुए राजेश्री ने कहा कि यह बड़ी पहल है. इस कोशिश से वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू की पत्रकारिता के सद्कार्यों को पहचान मिलेगी. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू और उनके छोटे भाई पत्रकार राजकुमार साहू के परिजन से शुरू से जुड़ाव है, इसलिए आज इस खास पल में शामिल होकर बहुत खुशी हुई है.
छग शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने कहा, दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार को यही सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है कि उनके नाम पर देश के पहले किसान स्कूल का नामकरण किया गया है. आज इस आयोजन में आकर बड़ी खुशी हुई है, क्योंकि बहेराडीह गांव के बारे में काफी कुछ अच्छा सुना था, आज प्रत्यक्ष देख भी लिया. उन्होंने कहा कि दो भाई में कितना प्रेम है, वह वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू और उनके छोटे भाई पत्रकार राजकुमार साहू के मध्य देखा है. आज वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू हमारे बीच नहीं है, लेकिन आज जिस तरह से किसान स्कूल का नामकरण उनके नाम पर हुआ है, उससे उनकी आत्मा की सद्गति मिलेगी. नामकरण करने को लेकर उन्होंने किसानों की टीम को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि यह बड़ी मिसाल है, जिसके बाद वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू हमेशा यादों में रहेंगे.
जैजैपुर विधायक केशव चन्द्रा ने कहा कि उनके लिए बहेराडीह आना गौरव का पल है. जैविक ग्राम बहेराडीह में होने वाले उन्मुखी कार्यों के बारे में काफी कुछ सुना था. किसानों के द्वारा संचालित देश के पहले किसान स्कूल में आज आने का अवसर मिला और किसानों के द्वारा की जा रही बड़ी पहल को करीब देखा, जिसके बाद बड़ी आत्मीय खुशी हुई है. उन्होंने कहा कि किसान स्कूल का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू के नाम से किया जाना सुखद अनुभूति है, क्योंकि उनसे आत्मीय लगाव था. किसानों ने बताया है कि वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी के द्वारा बहेराडीह गांव की हर गतिविधि को आगे बढ़ाने के लिए खबरों के माध्यम से कार्य किया जाता था और सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता से उन्होंने जिले व प्रदेश में बड़ी पहचान बनाई थी. आज जो प्रयास हुआ है, वही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है.
कार्यक्रम का संचालन बलौदा जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव और आभार प्रदर्शन किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने किया. कार्यक्रम में अतिथियों को भी स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल भी भेंट किया गया.
इस मौके पर कमलेश सिंह, राजकपूर साहू, सुशांत सिंह, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य रमेश चन्द्रा, सुरेश देवांगन, मोती पटेल, जनपद सदस्य संजय रत्नाकर, देवकुमार यादव, राघवेंद्र नामदेव, वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू के पिता बिसम्भर प्रसाद साहू, रमेश चौहान, घनश्याम राठौर, डीएल साहू, शिव सिंह पैकरा, शिवकुमार तिवारी, रामाधार देवांगन, निर्मलदास वैष्णव, जितेंद्र यादव, राजशेखर सिंह, निखिल राठौर, पत्रकार राजकुमार साहू, प्रकाश साहू, हिमांशु साहू, राजीव लोचन साहू, विकास साहू, रामकुमार मनहर, साधराम मनहर, बुड़गहन गांव की सरपंच अजय शशि जगत, नवल किशोर सिंह, कोसमन्दा से कृष्णा वैष्णव, मोरध्वज वैष्णव, बहेराडीह की उपसरपंच चंद्रकला कश्यप, रेवती यादव, साधना यादव, ललिता यादव, सुमित्रा यादव, पुष्पा यादव, अहिल्या यादव, लक्ष्मीन यादव, हेमकुमारी यादव, मेघा यादव, राजकुमारी यादव, कौशिल्या यादव, दीना चौहान, सतरूपा यादव, सविता चौहान, रामकली, कृतिका यादव, रामकुमारी यादव, अनिता यादव, हेमपुष्पा, कौशिल्या यादव समेत बड़ी संख्या में किसान और महिलाएं उपस्थित थी.