अम्बिकापुर। शहर के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल श्रीवास्तव ने शहर के भाजपा नेता पार्षद अलोक दुबे व उनके परिवार पर उच्च न्यायालय के स्थगन के बाद भी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अलोक दुबे के इस कार्य में जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की संलिप्तता का गम्भीर आरोप भी लगाया है।
दरअसल पूरा मामला अंबिकापुर के प्रतापपुर नाका स्थित 117 एकड़ भूखंड का है। जहां पर भाजपा नेता व पार्षद आलोक दुबे अपने परिवार के साथ रहते हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल श्रीवास्तव ने पत्रकार वार्ता में दस्तावेज दिखाते हुए दुबे व उनके परिवार पर यह आरोप लगाए हैं कि राजस्व बोर्ड बिलासपुर के द्वारा उक्त भूमि 117 एकड़ को शासकीय मद की भूमि घोषित किया गया है। इस पर दुबे के परिवार उच्च न्यायालय से स्थगन लिया हुआ है। इसके बावजूद उनके द्वारा उक्त भूखंड में पर निर्माण कार्य एवं बिक्री कार्य किया जा रहा है जो कहीं न कहीं उच्च न्यायालय के स्थगन का अवहेलना है।
दूसरी और इस मामले में भाजपा नेता व पार्षद आलोक दुबे का कहना है कि अनिल श्रीवास्तव का आरोप बेबुनियाद है। 1958 में शासन के द्वारा 117 एकड़ भूमि स्वामित्व उनके परिवार को मिला है जो पूर्णता सही है। यह भी कहा कि 15 तारीख को संघ प्रमुख मोहन भागवत जी को आना है इसे देखते हुए उनके छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।