जम्मू-कश्मीर। रियासी जिले में ग्रामीणों ने बहादुरी दिखाते हुए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को पकड़ा है। ग्रामीणों ने दोनों आतंकियों को पुलिस के हवाले कर दिया। आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस आतंकियों से पूछताछ कर रही है। ग्रामीणों की इस निडरता और जज्बे के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दो लाख रुपये इनाम राशि देने की घोषणा की है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्रामीणों की बहादुरी का सम्मान करते हुए पांच लाख रुपये इनाम देने का एलान किया है।
जानकारी के अनुसार, रियासी जिला के तकसन गांव में रविवार सुबह ग्रामीणों ने दो संदिग्धों को घूमते देखा। इसके तुरंत बाद ग्रामीण एकत्र हुए और उन्होंने आतंकियों की घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। दोनों आतंकियों को रस्सियां से बांध लिया गया और फिर तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। मौके पर आई पुलिस ने दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया। दोनों आतंकियों की पहचान फैजल डार पुत्र बशीर अहमद डार निवासी बारामुला और तालिब हुसैन पुत्र हैदर शाह निवासी राजोरी के तौर पर हुई है। आतंकियों के कब्जे से दो एके राइफल, सात हथगोले और एक पिस्तौल बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया है कि आतंकी तालिब राजोरी में हुए बम धमाकों का मुख्यारोपी है। राजोरी जिले के कोटरंका शहर में 26 मार्च को हुए दोहरे विस्फोटों और 19 अप्रैल को एक और विस्फोट जिसमें कुल 2 लोग घायल हुए थे और 24 अप्रैल को बुद्धल के शाहपुर गांव में एक और विस्फोट हुआ था। इसमें 2 और लोग घायल हो गए, तीनो विस्फोट मामले की गुत्थी को सुलझाते हुए 28 जून को पुलिस ने दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में मुख्यारोपी आतंकी तालिब फरार चल रहा था, जिसे अब ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने रियासी में गिरफ्तार कर लिया है।
उपराज्यपाल ने ग्रामीणों की बहादुरी को किया सलाम
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा, ‘दो मोस्ट वांटेड आतंकियों को पकड़ने वाले रियासी के गांव तकसन के ग्रामीणों की बहादुरी को मैं सलाम करता हूं। आम आदमी का ऐसा संकल्प दिखाता है कि आतंकवाद का अंत दूर नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश सरकार आतंकवादियों और आतंकवाद के खिलाफ वीरतापूर्ण कार्य के लिए ग्रामीणों को 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा करती है।’