बालोद। दल्लीराजहरा नगरपालिका क्षेत्र में तिवारी पोल्ट्री फार्म में 3700 मुर्गियों की मौत के बाद बिना पशु विभाग को जानकारी दिए इन्हें दफना दिया गया था। मामला उजागर होने के बाद पोल्ट्री फार्म में पशु विभाग, पुलिस और नगर पालिका की टीम पहुंची। पोल्ट्री फॉर्म से जांच के लिए जिंदा मुर्गियों के ब्लड सैम्पल लिए गए।
पशुपालन विभाग ने कह जिस तरह से मुर्गियों की एक साथ मौत हुई है, उसे देखते हुए शवों का पोस्टमॉर्टम कराने के साथ ही सैंपल लैब में भी जांच के लिए भेजे गए हैं, ताकि बर्ड फ्लू की पुष्टि हो सके। 2 फरवरी को 1500 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हुई थी। इसके बाद रविवार को भी करीब 1500 मुर्गियों की मौत हुई। मुर्गियों की मौत की जानकारी पोल्ट्री फार्म ने विभाग को नहीं दी थी। वहीं, बिना एनओसी के संचालित पोल्ट्री फार्म और बिना जानकारी दिए मृत मुर्गियों को दफनाने के मामले में पोल्ट्री फार्म के संचालक पर कार्रवाई करने की बात कही है।
दरअसल मुर्गियों के लिए जो वैक्सीन आती है, उसका रखरखाव भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। 2 फरवरी से मुर्गियों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ है। दल्ली राजहरा के तिवारी पोल्ट्री फार्म और स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पहले एक-दो मुर्गियों की मौत हुई, इसके बाद मौत का आंकड़ा बढ़ता चला गया। यहां एक साथ 600 मुर्गियों की मौत हुई और आखिर में वहां पर 3,700 की संख्या में रखी गई सारी मुर्गियां मारी गईं।