
मणिपुर। इंफाल में हुए लैंडस्लाइड की चपेट में आने से अब तक 81 लोगों लापता हैं। जबकी 18 टेरिटोरियल आर्मी जवानों के शवों का रेस्क्यू किया गया है। यहां फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव का काम जारी है। वहीं सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल नेहरू नगर निवासी कपिल देव पांडेय इंफाल में लैंडस्लाइड की चपेट में आने के बाद से लापता है। लगातार बारिश सेना के रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है। वहीं ऑपरेशन के लंबा खींचने से परिवार की चिंता बढ़ गई है।
मणिपुर के नोने जिला अंतर्गत जिरिबम रेलवे लाइन और स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। बोडो उग्रवादियों की वजह से यह प्रदेश का सबसे रिमोट और संवेदनशील एरिया में है। इसलिए निर्माण कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी की कंपनी 107 को तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव टीम के कमांडर हैं और बीते तीन वर्षों से वहां पदस्थ हैं। बुधवार रात करीब साढ़े 12.30 बजे यह हादसा हुआ। उस समय लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पांडेय वीडियो कॉल में अपनी मां कुसुम और बहन भावना पांडेय से बात कर रहे थे। जून महीने में ही मेजर से लेफ्टिनेंट कर्नल बने कपिल देव, लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव अंतिम बार अक्टूबर 2019 में भिलाई आए थे। उस समय उनकी माता की तबियत ठीक नहीं थी। उसके बाद से वे भिलाई नहीं आए हैं।
कैंप नदीं से थोड़ी दूर स्थित है और चारो ओर पहाड़ है। बताया गया कि पहले नदी का तट धसका और उसके बाद पहाड़ी भी धसकने लगी। देखते ही देखते नदी पहाड़ के मलबे से ढक गई। करीब ढाई किलोमीटर के दायरे में चारों तरफ मलबा फैला हुआ है। साथ ही घटना के बाद से लगातार बारिश भी सेना के बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही है। घटनास्थल तक पहुंचने के लिए शुक्रवार को वैकल्पिक मार्ग तैयार किया है। शनिवार को पुन: खीजबीन की जानी है।