बलौदाबाजार। बलौदाबाजार-भाटापारा में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को संस्कारित करने शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कार्यक्रम में नवाचारी रचनात्मक प्रयोग हेतु जिले के 18 शिक्षकों को शिक्षादूत एवं ज्ञानदीप पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें शिक्षादूत के लिए 15 एवं ज्ञानदीप के 3 शिक्षक शामिल हैं। कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों को बच्चों को ज्ञानरूपी संस्कार देकर गढ़ने का काम पूरी ईमानदारी और मेहनत से करना चाहिए। यही बच्चे आने वाले दिनों में देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे अनेक उदाहरण है जब शिक्षकों ने समाज और देश को नई दिशा दी है। उन्होंने शिक्षकों की मेहनत और लगन को प्रोत्साहित करने के लिए तत्कालीन शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि उनकी पहल पर यह पुरस्कार शुरू किया गया था।
शिक्षादूत से सम्मानित शिक्षकों को 5 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि सहित प्रतीक चिन्ह, श्रीफल एवं साल भेंट की गई है। इसी तरह ज्ञानदीप के लिए सम्मानित शिक्षकों को 7 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि सहित प्रतीक चिन्ह, श्रीफल एवं साल मुख्य अतिथि के द्वारा भेंट की गई हैं। सम्मानित शिक्षकों में प्रधानपाठक भुनेश्वर प्रसाद चन्द्रा, प्रणिता वर्मा और परमानंद साहू तथा सहायक शिक्षकों में शालिनी कश्यप, सीमा जायसवाल, विजय सिंह पैकरा, तेजनाथ साहू, सुनीता जायसवाल, घनश्याम प्रसाद वर्मा, संध्या पैकरा, तानसेन कुर्रे, क्षिप्रा अग्रवाल, मेघा वर्मा, पीयूष रामपुरीक, संजू राम निर्मलकर शामिल हैं। इसी तरह ज्ञानदीप से सम्मानित हुए शिक्षकों में शिक्षक कुसुम बागड़े, हेम कुमार देवांगन और रमाशंकर साहू शामिल हैं।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी बी.एल. देवांगन, जिला मिशन समन्वयक एम.एल. ब्राम्हणी, राव, सहायक संचालक के.एस. मेरावी, बी.आर.पटेल, के.के. गुप्ता सहायक कार्यक्रम समन्वयक मनहरण लाल साहू, जहीर अब्बास, खिलावन वर्मा एवं अरूण वर्मा सहित शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।