सुकमा। जिले के चिंतागुफा थाने के तोंडामरका में हुई मुठभेड़ से लौटी डीआरजी की टीम ने अधिकारियों को कि माओवादियों की पूरी टीम हाईटेक (Hitech Maoist) हो चली है। उनके पास बुलेट प्रूफ जैकेट (Bullet Proof Jacket) और कैप के अलावा अत्याधुनिक असलहे भी थे। हाईटेक माओवादियों (Hitech Maoist) के पास बुलेट प्रूफ जैकेट और कैप के साथ असलहे कैसे पहुंचे यह एक बेहद अहम सवाल है। इस मुठभेड़ के दौरान माओवादियों ने जवानों पर 6 सौ से ज्यादा यूबीजीएल के गोले दागे। यह सनसनीखेज खुलासा सुकमा के एएसपी सिध्दार्थ तिवारी ने किया।
हाईटेक हुए बस्तर के नक्सली:
सुकमा एएसपी सिध्दार्थ तिवारी ने बताया कि बस्तर के माओवादी अब हाईटेक हो चुके हैं। इसका खुलासा भी 19 फरवरी को हुई मुठभेड़ के बाद हुआ। जब डीआरजी की टीम जंगलों से लौटी तो उसने अपने अफसरों को ये रिपोर्ट दी। जवानों ने बताया कि तोंडामरका के जंगलों मेें हुई मुठभेड़ में नक्सलियों ने बुलेट प्रूफ जैकेट और हैट पहन रखी थी। उनके पास भी हाईटेक असलहे थे। हमले के दौरान नक्सलियों ने 6 सौ राउंड यूबीजीएल के गोले दागे। इसके अलावा उनके पास से तमाम गोली बारूद भी बरामद किया गया था। माओवादियों ने उस दिन कोबरा कमांडोज पर दो बार किए थे हमले। इस दौरान तमाम नक्सली भी घायल हुए थे।
चलाया जा रहा आपरेशन प्रहार:
छत्तीसगढ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि माओवादियों के खिलाफ सरक्षा बलों के जवाना आपरेशन प्रहार चला रहे है।इसके लिए छत्तीसगढ में अलग अलग टीम बनाकर जंगलों में भेजी जाती है। इस से बौखलाए माओवादी सुरक्षाबलों के खिलाफ साजिशें रचते रहते है।
नक्सलियों की मांद में घुसेंगे कोबरा जवान:
इस बार आपरेशन प्रहार में कोबरा बटालियन (Cobra Battalion,) के जवान नक्सलियों की मांद में घुसकर मारेंगे। इसके लिए एसटीएफ (STF) और डीआरजी (DRG) के 1400 और कोबरा बटालियन (Cobra Battalion,) के 450 जवानों ने तेलंगाना से महाराष्ट्र बॉर्डर तक घेराबंदी कर एक साथ सर्चिंग शुरू की है। किस्टाराम और पामेड़ के बीच का क्षेत्र नक्सलियों का कोर एरिया माना जाता है। इसके अलावा अबूझमाड़ में जवान ऑपरेशन चला रहे हैं। इसे ऑपरेशन प्रहार नाम दिया गया है।