
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर धान पर सियासी घमासान मचा हुआ है। आज राज्य में धान खरीदी का आखिरी दिन है। 3 दिनों से बारदानों की कमीं बताकर किसानों को सोसाइटियों से बैरंग लौटाया जा रहा था। इस पर भाजपा ( BJP) ने राज्यपाल से मुलाकात कर श्वेत पत्र लाने की मांग की। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह (Dr. Raman Singh) और राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरोज पाण्डेय (Saroj Pandey) ने मोर्चा संभाला और राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uike) से मुलाकात की और पत्रकारों के सामने अपनी मांगें रखीं।

खाद्य सचिव ने संभाला मोर्चा:
प्रदेश के सारे बड़े अधिकारी सीएम भूपेश बघेल के साथ अमेरिका के दौरे पर गए हैं। ऐसे में राज्य में बारदानों (Bardana) की कमीं बताकर किसानों को सोसाइटियों चलता किया जा रहा था। बुधवार को बलरामपुर समेत कई जगहों पर किसानों ने अपने धान को सड़क पर फैलाकर आग लगा दी। मौका मिलते ही भाजपा( BJP) के आला नेताओं ने चौका मारना शुरू कर दिया। तो खाद्य विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह आगे आए उन्होंने बताया कि 8 लाख 16 हजार बारदाने 12 जिलों को भेजे जा चुके हैं। उन्होंने ये नहीं बताया कि धान खरीदी की आज आखिरी तारीख है। दोपहर बाद बारदाने जा रहे हैं। पहुंचते पहुंचते शाम हो जाएगी। तब तक क्या सोसाइटियों के कर्मचारी और अधिकारी रहेंगे।
भाजपा ने कांग्रेस को याद दिलाए वादे:
राजभवन के बाहर भाजपा के उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह और राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरोज पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश सरकार धान खरीदी की आखिरी तारीख 15 दिन और बढाए। इसके अलावा धान की कीमत 2500 रुपए प्रति क्विंटल की जाए। किसानों पर लाठी चार्ज करवाने वालों को पहिचान कर उन पर विधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए।
गंगाजल लेकर किए वादे तो निभाओ:
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस (Congress) के कार्यकर्ताओं ने चुनाव के समय हाथ में गंगाजल लेकर जो वादे किए थे कम से कम उसको तो निभा दें। किसानों के जो भी ड्यूज हैं उसको क्लियर करवा दें। दो साल का बोनस दें और राज्य में धान खरीदी का लक्ष्य 1 करोड़ टन किया जाए। इसके अलावा भी उन्होंने तमाम मांगें कांग्रेस की सरकार से की।